iGrain India - नई दिल्ली । अमरीकी राष्ट्रपति के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की शानदार जीत हुई है और चार साल के अंतराल के बाद वे 20 जनवरी 2025 से दोबारा अमरीका के राष्ट्रपति बन जायेंगे।
राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप की वापसी के बाद भारत और अमरीका को चाय, कॉफी तथा मसालों का निर्यात बढ़ सकता है जबकि अमरीका से भारत में बादाम सहित अन्य सूखे मेवे एवं ताजे फलों का आयात बढ़ने की संभावना रहेगी।
अमरीका दुनिया में कृषि उत्पादों का सबसे प्रमख निर्यातक देश है मगर भारत में वहां से केवल सूखे मेवे (बादाम, अखरोट) तथा ताजे फल (सेब, ब्लू बेरी) का ही आयात होता है।
अमरीका से मक्का, सोयाबीन एवं गेहूं सहित अन्य कृषि उत्पादों का बड़े पैमाने पर निर्यात किया जाता है मगर भारत में इसका आयात नहीं या नगण्य होता है।
डोनाल्ड ट्रंप की वापसी से भारत को परोक्ष रूप से फायदा होने के आसार हैं क्योंकि नया प्रशासन चीन के उत्पादों पर भारी-भरकम टैक्स लगा सकता है जिससे वहां इसका आयात महंगा बैठेगा और तब भारतीय उत्पाद का दाम प्रतिस्पर्धी स्तर पर पहुंच सकेगा।
भारतीय विदेश व्यापार संस्थान के एक विशेषज्ञ का कहना है कि यदि अमरीका चाइना प्लस वन रणनीति अपनाता है तो भारत को निश्चित रूप से फायदा होगा।
विशेषज्ञ के अनुसार आपूर्ति शृंखला के पुनः व्यवस्थापन होने से भारत को अमरीका में बाजार पहुंच बढ़ाने में अच्छी सफलता मिल सकती है। वहां भारतीय ग्वार गम का निर्यात बढ़ने के आसार हैं जबकि सोया मील को भी अवसर मिल सकता है।
वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान भारत से अमरीका को 5.19 अरब डॉलर से कुछ कम रहा। भारत से निर्यात होने वाले प्रमुख कृषि उत्पादों में चावल, चीनी, सूती कपड़े एवं मसाले आदि शामिल हैं।