iGrain India - मुम्बई । बिजाई क्षेत्र में करीब 14 लाख हेक्टेयर की भारी गिरावट आने तथा कुछ इलाकों में प्राकृतिक आपदाओं से फसल को नुकसान होने से चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान कपास के घरेलू उत्पादन में भारी कमी आने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने कपास का उत्पादन 2023-24 सीजन के 325.22 लाख गांठ (170 किलो की प्रत्येक गांठ) से 26 लाख गांठ घटकर 2024-25 के सीजन में 299.26 लाख गांठ रह जाने का अनुमान लगाया है।
उधर अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) ने समीक्षाधीन अवधि के दौरान भारत में रूई का उत्पादन घटकर 240 लाख गांठ (480 पौंड की प्रत्येक गांठ) पर सिमट जाने की संभावना व्यक्त की है जो पिछले सीजन के उत्पादन 254 लाख गांठ से 14 लाख गांठ कम है।
उस्डा की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार 2024-25 सीजन के दौरान भारत में 98 लाख गांठ के बकाया स्टॉक, 240 लाख गांठ के उत्पादन तथा 23 लाख गांठ के संभावित आयात के साथ रूई की कुल उपलब्धता 361 लाख गांठ पर पहुंचने का अनुमान है।
इसमें से 255 लाख गांठ का घरेलू उपयोग तथा 13 लाख गांठ का निर्यात होने के आसार हैं। इसके फलस्वरूप 2024-25 सीजन के अंत में रूई का बकाया अधिशेष स्टॉक घटकर 93 लाख गांठ रह जाएगा। इसके मुकाबले 2023-24 सीजन के दौरान 108.20 लाख गांठ के पिछले बकाया स्टॉक, 254 लाख गांठ के उत्पादन तथा 8.90 लाख गांठ के आयात के साथ रूई की कुल उपलब्धता 371.10 लाख गांठ पर पहुंची थी।
इसमें से 250 लाख गांठ का घरेलू उपयोग तथा 23.10 लाख गांठ का निर्यात होने के बाद सीजन के अंत में 98 लाख गांठ रूई का अधिशेष स्टॉक बच गया था। अमरीकी गांठ का वजन 213 किलो के करीब रहता है।
इस तरह उस्डा की रिपोर्ट से पता चलता है कि वर्ष 2023-24 के मुकाबले 2024-25 के सीजन में भारत से रूई का पिछला बकाया स्टॉक 10.20 लाख गांठ कम रहा जबकि उत्पादन में 14 लाख गांठ तथा निर्यात में 10.10 लाख गांठ की गिरावट आएगी। दूसरी ओर रूई के घरेलू उपयोग में 5 लाख गांठ तथा आयात में 14.10 लाख गांठ का इजाफा होगा।