iGrain India - सस्काटून । पश्चिमी कनाडा की मंडियों में चालू सप्ताह के दौरान सीमित कारोबार के बीच मटर का दाम लगभग स्थिर बना हुआ है। भारत में मटर के साथ-साथ देसी चना के दाम में भी पिछले कुछ दिनों के दौरान थोड़ी नरमी आई है।
प्रमुख उत्पादक राज्यों में चना, मसूर एवं मटर की बिजाई जोर पकड़ने लगी है। चना का बिजाई क्षेत्र कुछ बढ़ने की उम्मीद है। सरकार ने इसका न्यूनतम समर्थन मूल्य भी बढ़ा दिया है।
व्यापार विश्लेषकों का मानना है कि अगर मटर के मूल्य में नरमी का सिलसिला जारी रहा तो 31 दिसम्बर 2024 के बाद इसके शुल्क मुक्त आयात को बंद किया जा सकता है और सरकार इस पर आयात शुल्क दोबारा लगा सकती है। देश में मटर का अच्छा खासा स्टॉक अब भी मौजूद है और कनाडा के साथ-साथ रूस से भी इसका आयात हो रहा है।
कनाडा में हरी मसूर का कारोबार सीजनल सिस्टम के अनुरूप हो रहा है और इसका भाव काफी हद तक स्थिर बना हुआ है। आगामी समय के दौरान इसमें थोड़ी तेजी आ सकती है।
पीली मटर का भाव लम्बे समय से 10.00-10.50 डॉलर प्रति बुशेल पर अटका हुआ है जबकि हरी मटर की कीमत भी 15.50-16.00 डॉलर प्रति बुशेल से आगे नहीं बढ़ पा रही है।
मापले मटर थोड़ी तेज होकर 19 से 22 डॉलर प्रति बुशेल के बीच पहुंची है। समझा जाता है कि चीन के आयातक कनाडा के बजाए रूस से मटर की खरीद को विशेष प्राथमिकता दे रहे हैं। यदि भारत में आयात प्रभावित हुआ तो कनाडा को मटर निर्यात के लिए नए बाजारों की तलाश करनी पड़ेगी।