iGrain India - रेगिना । पश्चिमी कनाडा की मंडियों में मसूर का कारोबार सुस्त देखा जा रहा है जो इस समय के लिए सामान्य बात है। खरीदार और विक्रेता- दोनों ही अभी सीमित दिलचस्पी दिखा रहे हैं। सुस्त कारोबार के बावजूद वहां मसूर का भाव काफी हद तक स्थिर बना हुआ है।
वैंकुवर एवं मांट्रियल बंदरगाहों पर जारी गतिरोध के कारण निर्यातक दुविधा में फंसे हुए हैं और आयातकों में भी अनिश्चितता तथा असमंजस की स्थिति देखी जा रही है। हालांकि अमरीकी डॉलर की तुलना में कनाडियन डॉलर कमजोर पड़ा है जो आयातकों के लिए राहत की बात है लेकिन अन्य कारणों से वे मसूर की भारी खरीद करने से हिचक रहे हैं।
इस बार कनाडा में मसूर के उत्पादन में बढ़ोत्तरी हुई है जबकि ऑस्ट्रेलिया में उत्पादन काफी घटने की आशंका है। भारत ने रूस से मसूर के आयात के लिए फायटो सैनिटरी से सम्बन्धित नियमों एवं शर्तों को दोबारा लागू कर दिया है।
कनाडा के उत्पादक एवं निर्यातक ऑस्ट्रियाई मसूर के उत्पादन आंकड़े का इंतजार कर रहे हैं। समझा जाता है कि 3 दिसम्बर को सरकारी एजेंसी- अबारेस की रिपोर्ट जारी होने वाली है जिसमें अन्य फसलों के साथ मसूर का संशोधित उत्पादन अनुमान भी दिया जाएगा।
अबारेस ने सितम्बर की अपनी रिपोर्ट में 2024-25 सीजन के दौरान ऑस्ट्रेलिया में 16.90 लाख टन मसूर के उत्पादन का अनुमान लगाया था लेकिन उसके बाद मौसम की प्रतिकूल स्थिति एवं प्राकृतिक आपदाओं के प्रकोप से फसल को हुए जबरदस्त नुकसान को देखते हुए उद्योग-व्यापार समीक्षकों का मानना है कि मसूर का वास्तविक उत्पादन 11-12 लाख टन के बीच सिमट सकता है।
कनाडा में मसूर की अगली बिजाई अप्रैल 2025 में शुरू होगी और अभी इसके अग्रिम सौदे की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। वहां मोटी हरी मसूर का भाव 56-58 सेंट प्रति पौंड, छोटी हरी मसूर का 53 सेंट प्रति पौंड (दिसम्बर-जनवरी मूवमेंट के लिए) तथा लाल मसूर का दाम 33-34 सेंट प्रति पौंड चल रहा है।