iGrain India - नई दिल्ली । कपास उत्पादकों की समस्याओं एवं कठिनाओं को दूर करने के लिए भारतीय कपास निगम (सीसीआई) द्वारा 61 क्रय केन्द्र खोले गए हैं और इसमें नमी के अंश तथा खरीद की अवधि के सम्बन्ध में भी राहत देने का निर्णय किया लिया है।
इससे पूर्व 40 क्रय केन्द्रों पर ही कपास की खरीद हो रही थी जिससे दूर-दर्ज के किसानों को लम्बा रास्ता तय करके वहां पहुंचना पड़ता था और समय, श्रम तथा खर्च बढ़ जाता था।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं संचार राज्य मंत्री ने केन्द्रीय कपड़ा मंत्री के समक्ष यह मुद्दा उठाया और तब कपड़ा मंत्री ने सीसीआई को आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया।
संचार राज्य मंत्री ने कहा कि कपास की खरीद की गति तेज करने के लिए निगम के क्रय केन्द्र अब शाम के 7.30 बजे तक खुले रहेंगे ताकि कागजी काम काज उसी दिन पूरा हो जाए और किसानों को उसके उत्पाद के मूल्य का भुगतान जल्दी से जल्दी सुनिश्चित किया जा सके।
किरायदार किसानों की सुविधा के लिए सोमवार से शनिवार तक क्रय केन्द्रों को खोले रखने का निर्णय लिया गया है। ऐसे किसानों की भागीदारी 60 प्रतिशत के आसपास रहती है।
कर्नाटक में फसल की हालत अच्छी रही और वहां इस बार कपास के बिजाई क्षेत्र में गिरावट भी नहीं आई। लेकिन आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना सहित अन्य प्रमुख उत्पादक राज्यों में कपास का रकबा गत वर्ष से कम रहा।
संचार राज्य मंत्री के अनुसार कपास में नमी के ऊंचे अंश के मुद्दे को सुलझाने का भी प्रयास किया जा रहा है। जलवायु, परिवहन एवं भंडारण की वजह से कुछ समस्या उत्पन्न हो रही है। किसानों से कपास की खरीद की समयसीमा मार्च 2025 तक बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।