iGrain India - रिकॉर्ड सरकारी खरीद के बावजूद सोयाबीन का भाव नरम नई दिल्ली । आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चालू खरीफ मार्केटिंग सीजन में राष्ट्रीय स्तर पर 11 दिसम्बर तक 2,42,461 किसानों से 2700 करोड़ रुपए मूल्य के 5.62 लाख टन सोयाबीन की रिकॉर्ड खरीद की गई। यह खरीद 4892 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की गई लेकिन इसके बावजूद मंडी भाव में नरमी का सिलसिला बरकरार रहा। 14 से 20 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं राजस्थान जैसे शीर्ष उत्पादक प्रांतों में सोयाबीन के प्लांट डिलीवरी मूल्य में 50 से 100 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट रही। प्लांट भाव सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी मूल्य घटकर 4200-4300 रुपए प्रति क्विंटल के निचले स्तर पर आ गया है जिससे किसानों को भारी घाटा हो रहा है। सोया रिफाइंड तेल की कीमतों में भी नरमी का माहौल देखा गया। समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान यह प्रति 10 किलो पर 20 से 40 रुपए तक घट गया। इससे क्रशर्स- प्रोसेसर्स को किसानों से ऊंचे दाम पर सोयाबीन खरीदने का प्रोत्साहन नहीं मिल रहा है। आयात विदेशों से विशाल मात्रा में सोयाबीन तेल का आयात होने से कीमतों पर दबाव बना हुआ है। समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान सोया तेल का दाम कोटा में 45 रुपए, मुम्बई में 25 रुपए, कांडला में 60 रुपए तथा हल्दिया में 55 रुपए प्रति 10 किलो घट गया। आयात शुल्क में वृद्धि का खाद्य तेलों के दाम पर असर नहीं पड़ रहा है। आवक राष्ट्रीय स्तर पर मंडियों में सोयाबीन की औसत दैनिक आवक 3.50 से 4.50 लाख बोरी (100 किलो) की हो रही है जबकि क्रशिंग- प्रोसेसिंग इकाइयों की मांग कमजोर देखी जा रही है। इसके फलस्वरूप सरकार को भारी मात्रा में किसानों से सोयाबीन खरीदना पड़ेगा। सोया डीओसी अच्छी बात यह रही कि नीचे दाम पर सोया डीओसी की अच्छी मांग निकल रही है जिससे इसका भाव मजबूत हो गया। आलोच्य सप्ताह के दौरान इसकी कीमतों में 1000-2000 रुपए प्रति टन की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।