iGrain India - रेगिना । पश्चिमी कनाडा में प्रेयरी संभाग के दोनों शीर्ष उत्पादक राज्यों- सस्कैचवान तथा अल्बर्टा की मंडियों में पिछले कुछ दिनों से मटर का भाव एक निश्चित सीमा में लगभग स्थिर बना हुआ है और इसकी मांग तथा कीमत में मामूली बदलाव देखा जा रहा है।
समझा जाता है कि कनाडा के उत्पादकों एवं निर्यातकों को भारत में पीली मटर पर आयात शुल्क के बारे में सरकार द्वारा किए जाने वाले निर्णय का इंतजार है।
यहां पीली मटर के शुल्क मुक्त आयात की समय सीमा 31 दिसम्बर 2024 को समाप्त हो रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार इसकी अवधि आगे बढ़ाने के मूड में नहीं है।
यदि ऐसा हुआ तो 1 जनवरी 2025 से पीली मटर का आयात शुल्क पुनः लागू हो सकता है और तब भारत में कनाडा सहित अन्य देशों से इसका आयात करना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
भारतीय बंदरगाहों पर विदेशों से आयातित पीली मटर का अच्छा खासा स्टॉक अभी मौजूद है लेकिन आगे की अनिश्चित स्थिति को देखते हुए आयातक नीचे दाम पर अपने माल को बेचने से हिचकने लगे हैं।
इससे वहां कीमतों में कुछ सुधार आने के आसार हैं। वैसे भी आयातक दिसम्बर के अंत तक अधिक से अधिक मात्रा में मटर का आयात करना चाहेंगे।
कनाडा की मंडियों में पीली मटर का भाव 10.50-11.00 डॉलर प्रति बुशेल तथा हरी मटर का दाम 16.00-16.50 डॉलर प्रति बुशेल पर स्थिर बना हुआ है।
मापले मटर की खरीद में व्यापारी कुछ दिलचस्पी दिखा रहे हैं जिससे स्थान और किस्म के आधार पर इसका भाव 19 से 24 डॉलर प्रति बुशेल के बीच मजबूत बना हुआ है।
कनाडा में मटर की अगली नई फसल के लिए खरीद-बिक्री का अग्रिम अनुबंध अभी ठीक ढंग से शुरू नहीं हुआ है। इसकी बिजाई अगले साल अप्रैल-जून में तथा कटाई-तैयारी अगस्त-सितम्बर में होने वाली है।
भारत में मटर का बिजाई क्षेत्र गत वर्ष के 7.43 लाख हेक्टेयर से 11 हजार हेक्टेयर सुधरकर इस बार 7.54 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा है जो पंचवर्षीय औसत क्षेत्रफल 6.50 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है। कुछ राज्यों में बिजाई की प्रक्रिया अभी जारी है।