iGrain India - वैंकुवर । अगस्त-अक्टूबर 2024 के दौरान निर्यात का प्रदर्शन बेहतर रहने के बावजूद कनाडा में अभी मटर का भारी-भरकम निर्यात योग्य स्टॉक मौजूद है जबकि दूसरी ओर सबसे प्रमुख आयातक देश- भारत में सीमा शुल्क के प्रति अनिश्चितता बनी हुई है।
रूस में भी मटर का विशाल स्टॉक उपलब्ध है और भारत तथा चीन के बाजार में कनाडा को उसकी सख्त प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।
कनाडा की सरकारी एजेंसी- स्टैट्स कैन का उत्पादन अनुमान भी मटर के बाजार पर दबाव डाल रहा है। भारत में पीली मटर की शुल्क मुक्त आयात की समय-सीमा 31 दिसम्बर 2024 को समाप्त हो रही है और अभी तक इसे आगे बढ़ाने की घोषणा नहीं की गई है। इससे भारतीय आयातक असमंजस की हालत में हैं।
पश्चिमी कनाडा की मंडियों में पिछले कुछ दिनों से पीली मटर का भाव 10.50-11.00 डॉलर प्रति बुशेल, हरी मटर का दाम 16.50-17.00 डॉलर प्रति बुशेल तथा मापले मटर का कुल 19-23 डॉलर प्रति बुशेल के बीच स्थिर बना हुआ है।
भारत में पीली मटर एवं देसी चना के दाम में तेजी का दौर थम गया है और इसमें नरमी का माहौल बनने लगा है इसलिए आयातक अब ऊंचे दाम पर कनाडाई मटर का अनुबंध करने से हिचक रहे हैं।
इसके फलस्वरूप भारत में पीली मटर पर दोबारा आयात शुल्क लगाने की संभावना बढ़ती जा रही है। अगर सीमा शुल्क लागू हो गया तो कनाडा के निर्यातकों को नए बाजारों की तलाश करनी पड़ेगी।
जहां तक हरी मटर का सवाल है तो कनाडा और अमरीका में इसका स्टॉक लगातार घटता जा रहा है। इसमें विदेशी आयातकों की अच्छी दिलचस्पी देखी गई इसलिए कीमत 16.50-17.00 डॉलर प्रति बुशेल पर मजबूत बनी हुई है।
भारत में हरी मटर के आयात की अनुमति नहीं है और न ही वहां मापले मटर का आयात हो रहा है। यदि पीली मटर का भाव मौजूद स्तर से नीचे रहा तो इसकी अगली बिजाई पर असर पड़ सकता है।