📊 देखें कैसे शीर्ष निवेशक अपने पोर्टफोलियो का निर्माण करते हैंविचारों का अन्वेषण करें

साप्ताहिक समीक्षा-हल्दी

प्रकाशित 15/12/2024, 01:18 am
साप्ताहिक समीक्षा-हल्दी

iGrain India - हल्दी उत्पादन पूर्वानुमानों की तुलना में कम - निजामाबाद को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में फसलों को नुकसान  नई दिल्ली । विगत कुछ समय से हल्दी बाजार में निर्यात एवं लोकल व्यापार कम होने के कारण कीमतें 100/200 रुपए मंदा-तेजी के बीच ही घूम रही है। मगर सूत्रों का कहना है कि वर्ष 2025 में हल्दी के भाव तेज रहने के अनुमान लगाए जा रहे है। हालांकि आने वाली फसल गत वर्ष की तुलना में अधिक रहेगी। लेकिन उत्पादन बिजाई के समय लगाए गए अनुमानों की तुलना में कम रहेगा साथ ही बकाया स्टॉक भी गत वर्ष की तुलना में कम रहने के समाचार है। हाजिर बाजारों के साथ-साथ वायदा बाजार में भी हल्दी की कीमतें सीमित दायरे में बनी हुई है। उल्लेखनीय है कि चालू सप्ताह के शुरू में हल्दी दिसम्बर वायदा 13010 रुपए खुला था जोकि सप्ताह के अंत में 13100 रुपए पर बंद हुआ। अप्रैल माह का हल्दी वायदा 14070 रुपए खुलने के पश्चात सप्ताह के अंत में 13958 रुपए पर बंद हुआ है। उत्पादन पूर्वानुमान से कमजानकार सूत्रों का कहना है कि चालू सीजन के दौरान तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के अलावा महाराष्ट्र में भी हल्दी की बिजाई का क्षेत्रफल गत वर्ष की तुलना में 30/40 प्रतिशत अधिक रहा है लेकिन बिजाई के पश्चात फसलों को नुकसान होने के कारण उत्पादन के जो पूर्वानुमान 80/82 लाख बोरी के लगाए जा रहे थे। वर्तमान में घटकर 70/75 लाख बोरी के लगाए जाने लगे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में कीड़ा लगने के कारण फसल को नुकसान हुआ है जबकि तमिलनाडु एवं आंध्र प्रदेश में बारिश में फसल को नुकसान के समाचार मिल रहे हैं। निजामाबाद लाइन पर फसल की स्थिति अच्छी बताई जा रही है।पांच वर्षों में उत्पादन विगत पांच वर्षों के दौरान वर्ष 2024 के दौरान हल्दी का उत्पादन सबसे कम रहा। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 में देश में हल्दी उत्पादन के व्यापारिक अनुमान 94/95 लाख बोरी के लगाए गए थे जबकि वर्ष 2021 में 85/90 लाख बोरी एवं वर्ष 2022 में 78/80 लाख बोरी उत्पादन का अनुमान लगाया गया था। वर्ष 2023 में उत्पादन 82/85 लाख बोरी का रहा था जबकि वर्ष 2024 में उत्पादन 45/50 लाख बोरी का माना गया था। वर्ष 2025 में उत्पादन के पूर्वानुमान 70/75 लाख बोरी के लगाए जा रहे हैं। खपत एवं उपलब्धता जानकार सूत्रों का कहना है कि निर्यात एवं लोकल खपत को मिलाकर सालाना लगभग एक करोड़ बोरी की आवश्यकता होती है जबकि चालू सीजन के दौरान 70/75 लाख की नई पैदावार के अलावा बकाया स्टॉक का अनुमान 15/18 लाख बोरी का लगाया जा रहा है। खपत की टूना में उपलब्धता कम रहने के कारण वर्ष 2025 में हल्दी के भाव अच्छे रहने की संभावना है। राज्यवार उत्पादन अनुमान जानकार व्यापारियों का कहना है कि अभी तक कि फसलों की स्थिति को देखते हुए संभावना व्यक्त की जा रही है कि आने वाली मराठवाड़ा  की फसल 30/32 लाख बोरी के आसपास रहेगी। जबकि सांगली लाइन पर उत्पादन 8/10 लाख बोरी रहने की संभावना है। तमिलनाडु में उत्पादन अनुमान 10/12 लाख बोरी के लगाए जा रहे है। जबकि निजामाबाद में उत्पादन 12/14 लाख बोरी माना जा रहा है। आंध्र प्रदेश में उत्पादन 2/3 लाख बोरी होने की संभावना है। अन्य क्षेत्र में उत्पादन 3/4 लाख बोरी होने की संभावना है। आयात कम विगत 5 वर्षों से हल्दी आयात में गिरावट दर्ज की जा रही है। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019-20 में हल्दी का आयात 28580 टन का किया गया था जोकि वर्ष 2020-21 में घटकर 25709 टन एवं वर्ष 2021-22 में 24480 टन का रहा। वर्ष 2022-23 में आयात 16769 टन वर्ष 2023-24 में 14638 टन का रह गया। निर्यात चालू सीजन 2024-25 के प्रथम छह माह में हल्दी का निर्यात लगभग गत वर्ष के बराबर रहा। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-सितम्बर- 2024 में हल्दी का निर्यात 92911.47 टन का रहा। जबकि गत वर्ष इसी समयावधि में निर्यात 92025.12 टन का रहा था। कोरोना महामारी के दौरान हल्दी का रिकॉर्ड निर्यात हुआ था। जिस कारण से वर्ष 2020-21 में हल्दी का निर्यात 183868 टन का हुआ जबकि वर्ष 2019-20 में निर्यात 137650 टन का रहा था। वर्ष 2021-22 में निर्यात 152758 टन एवं वर्ष 2022-23 में निर्यात 170085 टन का हुआ था। वर्ष 2023-24 में निर्यात 162019 टन का रहा। 

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित