iGrain India - नई दिल्ली । विदेशों से पीली मटर के साथ- साथ तुवर, उड़द, मसूर एवं देसी चना का भारी आयात जारी है और अब सरकार ने पीली मटर के शुल्क मुक्त आयात की समय सीमा को दो माह बढ़ाकर 28 फरवरी 2025 तक नियत कर दिया है। यह समय सीमा 31 दिसम्बर 2024 को समाप्त होने वाली थी। इसके फलस्वरूप इसका आयात आगे भी नियमित रूप से जारी रहेगा।
विदेशों से भारी आयात के कारण घरेलू प्रभाग में दाल-दलहन की कीमतों पर दबाव बढ़ने लगा है। इसका असर रबी कालीन दलहनों की बिजाई पर देखा जा रहा है।
दलहनों के रकबे में गिरावट आ रही है। तुवर का भाव फिलहाल 7930 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया है जो 7550 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 5650 रुपए प्रति क्विंटल से काफी ऊंचा है दूसरी ओर उड़द का दाम घटकर 7350 रुपए तथा मूंग का भाव 6975 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया है जबकि इसका एमएसपी क्रमश: 7400 रुपए एवं 8682 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित है।
ऑस्ट्रेलिया से अक्टूबर 2024 में कुल 1,09,622 टन देसी चना का निर्यात हुआ जिसमें से अकेले भारत को 82,481 टन का शिपमेंट किया गया।
इससे पूर्व अक्टूबर 2017 में वहां से 136891 टन चना का रिकॉर्ड निर्यात हुआ था। उल्लेखनीय है कि 2023-24 के सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन के दौरान भारत में ऑस्ट्रेलिया से कुल 83,367 टन चना मंगाया गया था।
कनाडा से भारत को चालू मार्केटिंग सीजन के शुरूआती तीन महीनों में यानी अगस्त-अक्टूबर 2024 के दौरान कुल 5,94,514 टन पीली मटर एवं मसूर का निर्यात किया गया।
वस्तुतः पिछले मार्केटिंग सीजन की समान अवधि में कनाडा से भारत को पीली मटर का कोई निर्यात नहीं हुआ था। अब वहां से भारी मात्रा में इसे मंगाया जा रहा है।
भारतीय बंदरगाहों पर 7-8 लाख टन मटर का स्टॉक पहले से मौजूद है जबकि फरवरी 2025 तक इसका आयात जारी रहेगा। कनाडा के साथ-साथ रूस सहित कई अन्य देशों से भी भारत में पीली मटर का आयात हो रहा है।