iGrain India - नई दिल्ली । भारत से चीनी का निर्यात 1 जून 2023 से औपचारिक तौर पर बंद हो गया है, सरकार ने जून माह के लिए 23.50 लाख टन चीनी का फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा जारी किया है जबकि मिलर्स द्वारा गन्ना किसानों के अधिकांश बकाए का भुगतान कर दिया गया है। उम्मीद की जा रही थी कि चीनी के घरेलू बाजार भाव में थोड़ी नरमी आ सकती है क्योंकि अभी न तो लग्नसरा का सीजन है और न ही कोई महत्वपूर्ण पर्व-त्यौहार मनाया जाने वाला है।
लेकिन चीनी का भाव काफी हद तक मजबूत बना हुआ है क्योंकि इसकी घरेलू एवं औद्योगिक मांग अच्छी है।इससे गन्ना उत्पादकों का मनोबल ऊंचा है। गन्ना के 'उचित एवं लाभकारी मूल्य' (एफआरपी) में भी कुछ इजाफा होने की उम्मीद है। उधर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चीनी का दाम उछलकर पिछले कई वर्षों के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया है।
2021-22 के मार्केटिंग सीजन में करीब 357.60 लाख टन चीनी का घरेलू उत्पादन हुआ था जो 2022-23 के मौजूदा सीजन में घटकर 325-330 लाख टन के बीच सिमट जाने की संभावना है। जिसमें से 275 लाख टन का उपयोग घरेलू प्रभाग में होगा जबकि 61 लाख टन का निर्यात हो चुका है। चालू मार्केटिंग सीजन के आरंभ में उद्योग के पास करीब 57 लाख टन चीनी का पिछला बकाया स्टॉक मौजूदा था और अगले सीजन की शुरुआत पर भी लगभग इतना ही स्टॉक बचने की संभावना है।
यद्यपि दक्षिण-पश्चिम मानसून के आने में इस बार सात दिन की देर हो गई लेकिन इसके आगे बढ़ने की गति सामान्य बताई जा रही है। इस बार अल नीनो मौसम चक्र के आने की आशंका है जिससे मानसून की वर्षा आंशिक रूप से प्रभावित हो सकती है और बारिश का वितरण भी कुछ हद तक असमान हो सकता है। लेकिन इससे गन्ना के उत्पादन पर विशेष प्रतिकूल असर पड़ने में संदेह है।
पिछले साल महाराष्ट्र तथा कर्नाटक जैसे राज्यों में मानसून सीजन के दौरान तथा उसके बाद भी मूसलाधार बारिश होने एवं खेतों में पानी भर जाने से गन्ना की फसल को काफी नुकसान हुआ था और चीनी के उत्पादन में 2022-23 सीजन के दौरान भारी गिरावट आ गई थी। इसके बावजूद किसानों का हौसला कम नहीं हुआ है और वे गन्ना की खेती के प्रति उत्साहित हैं।
IGrain India
+91 9350141815
mailto:igrainind@gmail.com
Twitter igrain_india
Linked in linkedin.com/in/rahul-chauhan-igrain-india-a9090514