iGrain India - विनीपेग । कनाडा के अल्बर्टा प्रान्त के जंगलों में लगी भीषण आग से उत्पन्न धुएं का गुवार इतना खतरनाक है कि इससे न केवल लोगों का दम घुटने लगा बल्कि आसमान भी भर गया।
गर्मी एवं धुएं की वजह से वसंतकालीन फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। कनाडा के अधिकांश इलाकों में लम्बे समय से अच्छी बारिश नहीं हुई है जिससे खासकर दलहनी फसलों के लिए खतरा बढ़ गया है।
वहां फसलों की बिजाई प्रक्रिया लगभग समाप्त हो चुकी है और अब नवजात पौधों को अनुकूल मौसम की जरूरत है लेकिन शुष्क एवं गर्म मौसम के कारण इसकी प्रगति में बाधा पड़ रही है।
सस्कैचवान प्रान्त के एक कृषि विशेषज्ञ का कहना है कि राज्य के कुछ भागों में बारिश हुई है लेकिन अन्य क्षेत्र सूखे की स्थिति का सामना करने के लिए विवश है।
वैसे आसमान पर धुएं की चादर होने से तापमान में थोड़ी कमी आई है लेकिन इससे निकल रही ऊष्मा फसलों के लिए अनुकूल नहीं है।
उल्लेखनीय है कि सस्कैचवान तथा अल्बर्टा- कनाडा के दो सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक राज्य है।
वहां मसूर, मटर एवं काबुली चना सहित अन्य दलहनों एवं बीन्स का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है। सस्कैचवान में उत्पादित दलहनों का विदेशों में विशाल मात्रा में निर्यात किया जाता है। कनाडा दुनिया में मसूर एवं मटर का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है।
पिछले साल के मुकाबले इस बार सस्कैचवान प्रान्त में मटर एवं मसूर के बिजाई क्षेत्र में 5-10 प्रतिशत की गिरावट आने की संभावना है जबकि काबुली चना का क्षेत्रफल 10 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है।
28 जून को सरकारी संस्था- स्टैट्स कैन द्वारा कृषि फसलों की बिजाई के सम्बन्ध में एक सर्वेक्षण आधारित रिपोर्ट जारी किए जाने की संभावना है तभी कनाडा में दलहन फसलों के उत्पादन क्षेत्र की वास्तविक तस्वीर सामने आ सकेगी। तब तक बिजाई पूरी तरह समाप्त हो चुकी है।