iGrain India - मुम्बई । चीनी का घरेलू बाजार भाव एक निश्चित सीमा में सीमित उतार-चढ़ाव के साथ लगभग स्थिर बना हुआ है क्योंकि एक तो इसके निर्यात शिपमेंट की प्रक्रिया बंद हो गई है और दूसरे, केन्द्र सरकार ने जून माह के लिए 23.50 लाख टन चीनी का जो फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा जारी किया है वह घरेलू मांग एवं जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त माना जा रहा है।
आमतौर पर गर्मी के मौसम में चीनी की औद्योगिक खपत बढ़ जाती है और खसकर आइसक्रीम एवं कोल्ड ड्रिंक्स निर्माण में इसका भारी उपयोग होता है जिससे कीमतों में तेजी आने की गुंजाईश रहती है मगर पिछले दो-तीन महीनों से इतना भारी-भरकम फ्री सेल कोटा जारी हो रहा है कि कीमतों को ऊपर उठने का अवसर ही नहीं मिल रहा है।
चीनी का घरेलू उत्पादन कम हुआ है। पिछले सीजन में इसका कुल उत्पादन 357.60 लाख टन के करीब हुआ था जबकि चालू सीजन में उत्पादन 327-328 लाख टन पर सिमटने की संभावना है।
इसे देखते हुए सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि कम से कम अब चालू मार्केटिंग सीजन में चीनी का निर्यात करने की अनुमति नहीं दी जाएगा। मौजूदा मार्केटिंग सीजन 30 सितम्बर 2023 तक बरकरार रहेगा और 1 अक्टूबर 2023 से नया मार्केटिंग सीजन शुरू हो जाएगा।
सरकार ने संकेत दिया है कि अगले मार्केटिंग सीजन के शुरूआती एक-दो माह तक मिलर्स को चीनी निर्यात की स्वीकृति नहीं मिलेगी।
दरअसल इस वर्ष मानसून सीजन के दौरान ही अल नीनो मौसम चक्र का आगमन होने वाला है जिससे देश में वर्षा की दिशा-दशा एवं गति प्रभावित होने की संभावना है।
हालांकि अमरीका मौसम पूर्वानुमान केन्द्र तथा एक प्राइवेट मौसम एजेंसी ने चालू मानसून सीजन के दौरान में सामान्य स्तर से कम वर्षा होने का अनुमान लगाया है मगर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सामान्य बारिश की संभावना व्यक्त की है।
इससे गन्ना की फसल भी प्रभावित होने की आशंका है। सरकार इसकी स्थिति की पूरी तरह समीक्षा करने के बाद ही अगले मार्केटिंग सीजन में चीनी का निर्यात खोलने या बंद रखने के बारे में कोई निर्णय ले सकती है।
भारत से चीनी का निर्यात बंद होने के कारण वैश्विक बाजार में इसका भाव उछलकर पिछले कई वर्षों के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया है।