iGrain India - अहमदाबाद । हालांकि बिपरजॉय तूफान मुख्य रूप से गुजरात के तटवर्ती इलाकों से टकराने की संभावना है लेकिन इसका आसपास के राज्यों पर भी खासा असर पड़ने की संभावना है।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक देश के राज्य इस तूफान में कमोबेश प्रभावित हो सकते हैं जिसमें गुजरात के साथ-साथ महाराष्ट्र, गोवा, राजस्थान एवं कर्नाटक भी शामिल हैं।
दक्षिणी राजस्थान के छह-सात जिलों में जोरदार बारिश एवं तेज हवा के प्रवाह होने की संभावना व्यक्त की गई है जबकि गुजरात में कच्छ, राजकोट, जूनागढ़, पोरबंदर एवं पांच अन्य जिले इस तूफान की चपेट में आ जाएंगे। अहमदाबाद में भी बारिश हो सकती है।
इस भयंकर समुद्री चक्रवाती तूफान से गुजरात में ग्रीष्मकालीन या जायद फसल को काफी नुकसान पहुंचने की आशंका है जो पकने लगी है और जिसकी कटाई-तैयारी भी आरंभ हो चुकी है। वहां कहीं -कहीं खरीफ फसलों की बिजाई भी शुरू हो गई है।
समझा जाता है कि गुजरात के तटीय इलाकों में मूसलाधार वर्षा हो रही है जिससे निचले क्षेत्रों में पानी भरने तथा स्थानीय स्तर पर बाढ़ का नजारा उपस्थित होने की आशंका है। इससे वहां धान को छोड़कर अन्य फसलों की बिजाई में स्वाभाविक रूप से देर हो जाएगी।
कुछ मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि बिपरजॉय महातूफान की वजह से मानसून कुछ समय के लिए कमजोर तथा सुस्त पड़ सकता है लेकिन मौसम विभाग की राय इससे अलग है।
उसका कहना है कि इस तूफान की वजह से मानसून को 'पुश' मिलेगा और उसके आगे बढ़ने की रफ्तार तेज हो सकती है। दक्षिण-पश्चिम मानसून पिछले दो-चार दिनों से शिथिल हो गया है। ऐसा लगता है कि देश के अन्य भागों में इसे पहुंचने में सामान्य से अधिक समय लग सकता है।
पूर्वोत्तर राज्यों में मूसलाधार वर्षा होने से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई क्षेत्रों में पानी भर गया है। दूसरी ओर दिल्ली, यूपी एवं हरियाणा तथा मध्य प्रदेश सहित कई अन्य राज्य भीषण गर्मी की चपेट में हैं जहां हीट वेव का प्रकोप देखा जा रहा है।
अरब सागर के तटवर्ती राज्यों एवं इससे सटे क्षेत्रों में हवा की रफ्तार तेज रहने तथा बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है। आज शाम को बिपरजॉय तूफान गुजरात के तट से टकराने वाला है जिस पर पूरे देश की निगाहें लगी हुई हैं। सारे एहतियाती इंतजाम पहले ही हो चुके हैं।