iGrain India - मुम्बई । स्वदेशी उत्पादन घरेलू मांग एवं जरूरत से काफी कम होने के कारण भारत को विदेशों और खासकर म्यांमार तथा अफ्रीकी देशों से विशाल मात्रा में तुवर (अरहर या तूर) का आयात करना पड़ता है।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 (अप्रैल-मार्च) के दौरान देश में कुल मिलाकर करीब 9.07 लाख टन तुवर का आयात हुआ जिसमें 2.18 लाख टन का आयात म्यांमार से और शेष मात्रा का आयात अफ्रीकी देशों से किया गया।
अफ्रीकी देशों में मोजाम्बिक इसका सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता देश रहा।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2022 से मार्च 2023 के दौरान मोजाम्बिक से 4.62 लाख टन, तंजानिया से 1.00 लाख टन, मलावी से 72 हजार टन, सूडान से 55 हजार टन तथा युगांडा से 240 टन तुवर का आयात हुआ।
ये सभी अफ्रीकी देश है। जहां तक म्यांमार का सवाल है तो वहां से भारत में अप्रैल 2022 में 14 हजार टन, मई-जून में 1-1 हजार टन, जुलाई में 600 टन अगस्त में 14 हजार टन, सितम्बर में 30 हजार टन, अक्टूबर में 14 हजार टन, नवम्बर में 16 हजार टन और दिसम्बर 2022 में 13 हजार टन तुवर का आयात हुआ जबकि इसकी मात्रा जनवरी 2023 में 41 हजार टन, फरवरी में 39 हजार टन तथा मार्च 2023 में 34 हजार टन दर्ज की गई।
उधर अफ्रीकी देश मोजाम्बिक से अप्रैल 2022 में 24 हजार टन, मई में 7 हजार टन, जून में भी करीब 7 हजार टन, जुलाई में 3 हजार टन, अगस्त में लगभग 4 हजार टन, सितम्बर में 38 हजार टन, अक्टूबर में 28 हजार टन, नवम्बर में 1.48 लाख टन, सितम्बर में 1.06 लाख टन, जनवरी 2023 में 45 हजार टन, फरवरी में 28 हजार टन एवं मार्च 2023 में करीब 24 हजार टन अरहर का आयात किया गया।
दरअसल अफ्रीकी देशों में अगस्त-सितम्बर में तुवर की नई फसल तैयार होती है और इसके बाद शिपमेंट की रफ्तार जोर पकड़ती है इसलिए अगस्त से वहां से इसकी आपूर्ति बढ़ने लगती है। अभी वहां तुवर की फसल प्रगति के चरण में है।
जहां तक तंजानिया की बात है तो वहां से अप्रैल-जुलाई 2022 के चार महीनों में महज 1300 टन तुवर का आयात हुआ क्योंकि उस समय वहां माल की आपूर्ति का लीन या ऑफ सीजन चल रहा था। मई 2022 में तो कोई आयात ही नहीं हुआ।
लेकिन अगस्त में करीब 2700 टन, सितम्बर में 23 हजार टन, अक्टूबर में 30 हजार टन, नवम्बर में 34 हजार टन एवं दिसम्बर में 5 हजार टन तुवर का आयात हुआ। जनवरी-मार्च 2023 की तिमाही में करीब 3500 टन का आयात किया गया।