iGrain India - चेन्नई । घरेलू प्रभाग में उड़द का दाम बढ़ते-बढ़ते अब थम सा गया है। पिछले तीन-चार दिनों के अंदर इसमें या तो कुछ नरमी आई है या एक निश्चित सीमा में स्थिरता बनी हुई है।
उधर प्रमुख आपूर्तिकर्ता देश- म्यांमार में उड़द का निर्यात ऑफर मूल्य 23 जून को 1095 डॉलर प्रति टन एसक्यू वैरायटी के लिए चल रहा था जो 24 जून को स्थिर रहने के बाद 26 जून को 15 डॉलर घटकर 1080 डॉलर प्रति टन पर आ गया।
इसी तरह एफएक्यू श्रेणी की उड़द का दाम 23 एवं 24 जून को 990 डॉलर प्रति टन चल रहा था जो 26 जून को 15 डॉलर गिरकर 975 डॉलर प्रति टन पर आ गया।
घरेलू प्रभाग में उड़द का भाव 23 जून की तुलना में 26 जून को लातूर में औसत क्वालिटी वाले माल का 8000/8500 रुपए प्रति क्विंटल से गिरकर 6000/8300 रुपए प्रति क्विंटल, दिल्ली में एफएक्यू क्वालिटी का 8150 रुपए से गिरकर 8100 रुपए प्रति क्विंटल, एसक्यू का 9050 रुपए से घटकर 8950 रुपए प्रति क्विंटल तथा कोलकाता में एफएक्यू का दाम 8500 रुपए से घटकर 8400 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
महाराष्ट्र के अकोला में उड़द का दाम 23 जून के 8300 रुपए प्रति क्विंटल से 50 रुपए नरम पड़कर 24 जून को 8250 रुपए पर आया था लेकिन 26 जून को पुनः सुधरकर 8300 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया।
आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में पॉलिश वाली उड़द का भाव 8400 रुपए से सुधरकर 8500 रुपए प्रति क्विंटल और देसी का दाम 8200 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़कर 8300 रुपए प्रति क्विंटल हो गया।
महाराष्ट्र की अहमदनगर मंडी में औसत क्वालिटी की उड़द का दाम 6000/8500 रुपए प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर रहा।
उधर चेन्नई में एफएक्यू क्वालिटी की उड़द का भाव 8000 रुपए से बढ़कर 8025 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा जबकि एसक्यू क्वालिटी का मूल्य 8650 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा।
लेकिन मुम्बई मार्केट में एफएक्यू श्रेणी की उड़द का दाम 8050 रुपए से घटकर 8000 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
सरकार ने 2 जून को उड़द एवं तुवर पर भंडारण सीमा लागू किया था जिसके बाद इसकी कीमतों में भारी तेजी आने का सिलसिला रुक गया। देश में उड़द का आयात म्यांमार से होता है।
वहां निर्यातकों ने इसके ऑफर मूल्य में बेतहाशा बढ़ोत्तरी कर दी थी लेकिन जब भारतीय आयातकों द्वारा अत्यन्त ऊंचे दाम पर खरीद में कम दिलचस्पी दिखाई गई तो वहां निर्यात ऑफर मूल्य कुछ घट गया मगर फिर भी इसका स्तर काफी ऊंचा माना जा रहा है।