🏃 इस ब्लैक फ्राइडे ऑफर का लाभ जल्दी उठाएँ। InvestingPro पर अभी 55% तक की छूट पाएँ!सेल को क्लेम करें

अरहर की बिजाई गत वर्ष से काफी पीछे- मूंग का रकबा काफी आगे

प्रकाशित 30/06/2023, 10:43 am
अरहर की बिजाई गत वर्ष से काफी पीछे- मूंग का रकबा काफी आगे

iGrain India - नई दिल्ली । हालांकि घरेलू बाजार में अरहर (तुवर) का भाव काफी ऊंचे स्तर पर बरकरार है जिससे इसके बिजाई क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद की जा रही है लेकिन अभी तक इसका कोई ठोस संकेत नहीं मिला है।

कई कारणों से किसानों को इसका रकबा बढ़ाने का समुचित अवसर नहीं मिल रहा है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार चालू खरीफ सीजन में 29 जून 2023 तक अखिल भारतीय स्तर पर अरहर का कुल उत्पादन क्षेत्र महज 1.11 लाख हेक्टेयर पर पहुंच सका जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 5.40 लाख हेक्टेयर का सिर्फ 20 प्रतिशत है।

कर्नाटक एवं महाराष्ट्र इसके दो शीर्ष उत्पादक राज्य है लेकिन इस बार वहां मध्य जून तक वर्षा का भारी अभाव रहा। दुर्भाग्य से इन राज्यों में मानसून- पूर्व की वर्षा भी ठीक से नहीं हुई।

कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सुझाव दिया था कि जब तक अच्छी बारिश न हो तब तक फसल की बिजाई में जल्दबाजी न करें। इसे देखते हुए अधिकांश क्षेत्रों में किसान मानसूनी बारिश का इंतजार करते रहे। 20 जून से मानसून की रफ्तार बढ़ी और अब महाराष्ट्र तथा कर्नाटक के कई भागों में अच्छी वर्षा हो रही है।

वैसे मराठवाड़ा संभाग तथा मध्य महाराष्ट्र में बारिश का अभाव बना हुआ था। आगे तुवर की बिजाई की गति तेज होने की उम्मीद है।

अरहर के विपरीत मूंग की बिजाई में शानदार बढ़ोत्तरी हुई है और इसका उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 8.73 लाख हेक्टेयर से उछलकर इस बार 11.23 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है।

इसकी खेती के लिए मौसम काफी हद तक अनुकूल बना हुआ है जिससे किसानों को बिजाई की रफ्तार बढ़ाने में परेशानी नहीं हो रही है। मूंग के समर्थन मूल्य में भी अच्छी बढ़ोत्तरी हुई है।

कुलथी का रकबा 9 हजार हेक्टेयर पर पहुंचा है जो पिछले साल के बराबर ही है। लेकिन उड़द का बिजाई क्षेत्र पिछले साल के 1.61 लाख हेक्टेयर से सुधरकर इस वर्ष 1.72 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है।

इसी तरह अन्य दलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र भी पिछले साल के 2.67 लाख हेक्टेयर से बढ़कर चालू खरीफ सीजन में 4.00 लाख हेक्टेयर हो गया है।

इसके बावजूद राष्ट्रीय स्तर पर दलहन फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 18.51 लाख हेक्टेयर से घटकर इस बार 18.15 लाख हेक्टेयर रह गया। जुलाई में दलहन फसलों की बिजाई की गति तेज होने की उम्मीद है।

मालूम हो कि कर्नाटक सहित कुछ अन्य प्रांतों में मूंग की बिजाई के लिए आदर्श समय समाप्त हो चुका है मगर तुवर एवं उड़द के लिए अभी पर्याप्त समय बाकी है।          

       

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित