iGrain India - वैंकुवर । सरकारी एजेंसी- स्टैट्स कैन द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि कनाडा में मसूर का कुल उत्पादन क्षेत्र इस बार पिछले साल से करीब 15 प्रतिशत घटकर गत एक दशक के निचले स्तर पर सिमट गया जिससे इसके उत्पादन में भी कमी आएगी।
मसूर के संवर्ग में लाल मसूर के बिजाई क्षेत्र में सर्वाधिक गिरावट आने की संभावना है जिससे किसी को ज्यादा हैरानी नहीं हो रही है। इसका अंदाजा पहले से लगाया जा रहा था क्योंकि हरी मसूर की तुलना में इसका भाव काफी नीचे चल रहा था और इसकी खेती के प्रति किसानों में कम उत्साह देखा जा रहा था।
जहां तक मोटी हरी मसूर का सवाल हो तो इसके क्षेत्रफल में या तो बढ़ोत्तरी हुई है या मामूली गिरावट आई है। वैसे भी कनाडा में रोगों-कीड़ों से अक्सर लाल मसूर की फसल को भारी नुकसान होता है जिससे किसानों को घाटा हो रहा था।
इसके अलावा अन्य जिंसों की तुलना में वहां लाल मसूर का भाव नीचे होने से उत्पादकों को कम आमदनी प्राप्त हो रही थी। दूसरी ओर बिजाई सीजन के दौरान हरी मसूर के दाम में शानदार बढ़ोत्तरी हो गई और अगली नई फसल की खरीद बिक्री के लिए होने वाले अग्रिम अनुबंध के तहत भी इसका भाव काफी ऊंचा रहा।
खरीदारों द्वारा हाल के महीनों में मोटी हरी मसूर के मौजूद स्टॉक के साथ-साथ अगले उत्पादन की खरीद में भी काफी सक्रियता दिखाई गई। सभी किस्मों एवं श्रेणियों की हरी मसूर का बेहतर कारोबार होता रहा।
जहां तक लाल मसूर का सवाल है तो कनाडा में इसका भाव तब तक नरम रहने की संभावना है जब तक ऑस्ट्रेलिया तथा भारत में अगली फसल के लिए तस्वीर स्पष्ट नहीं हो जाती।
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर-नवम्बर से ऑस्ट्रेलिया में मसूर फसल की कटाई-तैयारी एवं भारत में बिजाई आरंभ हो जाएगी। इन दोनों देशों में मुख्यत: लाल मसूर की खेती होती है। 2022-23 सीजन के दौरान इन दोनों देशों में मसूर का शानदार उत्पादन हुआ लेकिन 2023-24 सीजन के दौरान ऑस्ट्रेलिया में उत्पादन काफी घटने की संभावना है।
भारत में मसूर का भाव अपने शीर्ष स्तर की तुलना में काफी घटकर न्यूनतम समर्थन मूल्य के आसपास आ गया है जबकि ऑस्ट्रेलिया से इसका भारी आयात जारी है। कनाडा में अगस्त-सितम्बर में मसूर की नई फसल की कटाई-तैयारी एवं आवक शुरू हो जाएगी।