💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

खाद्य निगम द्वारा बैंकों से 500 अरब रुपए के अल्पकालीन ऋण के लिए टेंडर जारी

प्रकाशित 05/07/2023, 01:16 pm
अपडेटेड 05/07/2023, 01:45 pm
खाद्य निगम द्वारा बैंकों से 500 अरब रुपए के अल्पकालीन ऋण के लिए टेंडर जारी

iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय की अधीनस्थ एजेंसी- भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने अपनी अल्पकालीन कैश जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंकों से 500 अरब रुपए का अल्पकालीन ऋण जुटाने हेतु एवं टेंडर जारी किया है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बैंकों से 500 अरब रुपए के अल्पकालीन कर्ज के लिए टेंडर तो जारी किया गया है लेकिन इस राशि का इस्तेमाल कैसे किया जाएगा यह सब्सिडी के प्रवाह पर निर्भर करेगा।

उल्लेखनीय है कि चालू वित्त वर्ष के लिए खाद्य निगम को खाद्य सब्सिडी के तौर पर 1.37 ट्रिलियन रुपए आवंटित किए गए हैं जिसमें से एजेंसी को अप्रैल- जून की तिमाही के लिए 344 अरब रुपए की राशि प्राप्त हो चुकी है।

अधिकारियों का कहना है कि यदि सब्सिडी की रकम प्राप्त नहीं होती है तो अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए निगम को ऋण लेना पड़ेगा। जब सब्सिडी की राशि प्राप्त हो जाएगी तब इस ऋण का भुगतान कर दिया जाएगा।

यह निगम के लिए एक नियमित प्रक्रिया है। इस बार 26 जून को तीन माह के लिए 500 अरब रुपए के ऋण हेतु टेंडर निकाला गया है जिसमें बिड जमा करने की अंतिम तारीख 17 जुलाई नियत की गई है।

खाद्य निगम के पास 60 अरब रुपए की खाद्य क्रेडिट लिमिट है जिसके लिए गारंटी केन्द्र सरकार ने दी है। लेकिन अभी जो अल्पकालीन ऋण के लिए टेंडर निकाला गया है उसके लिए केन्द्र सरकार की कोई गारंटी नहीं है।

आधिकारियों का कहना है कि एफसीआई को फिलहाल 1.37 ट्रिलियन रुपए की खाद्य सब्सिडी आवंटित की गई है उसमें आगे बढ़ोत्तरी हो सकती है।

दरअसल केन्द्रीय आम बजट में वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-मार्च) के लिए कुल 1.97 ट्रिलियन रुपए की खाद्य सब्सिडी का ही प्रावधान रखा गया था जो वित्त वर्ष 2022-23 की कुल खाद्य सब्सिडी 2.89 ट्रिलियन रुपए से 32 प्रतिशत कम था।

भारतीय खाद्य निगम  के अलावा केन्द्र सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत खाद्यान्न की विकेन्द्रीकृत खरीद के लिए भी सब्सिडी प्रदान करती है। इसके  अतिरिक्त सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत चीनी के लिए भी थोड़ी सब्सिडी देती है।

पिछले साल मूल रूप से 2.07 ट्रिलियन रुपए की खाद्य सब्सिडी का प्रावधान किया गया था जबकि वास्तविक सब्सिडी इससे करीब 820 अरब रुपए अधिक रही थी।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित