iGrain India - मास्को । रूस से 2022-23 के मार्केटिंग सीजन में लगभग 450 लाख टन गेहूं का रिकॉर्ड निर्यात हुआ। यह मार्केटिंग सीजन 30 जून 2023 को समाप्त हो गया। इस अवधि में तुर्की, मिस्र एवं ईरान रूसी गेहूं के तीन सबसे बड़े खरीदार रहे।
मालूम हो कि पहले मिस्र इसका सबसे बड़ा आयातक देश था मगर 2022-23 में तुर्की उससे आगे निकल गया जहां 2021-22 की तुलना में गेहूं का आयात 32 प्रतिशत बढ़कर 91 लाख टन पर पहुंच गया।
हालांकि इस अवधि में मिस्र में भी रूसी गेहूं के आयात में 61 प्रतिशत का जबरदस्त इजाफा हुआ मगर इसकी कुल मात्रा 81 लाख टन तक ही पहुंच सकी।
ईरान में 27 लाख टन रूसी गेहूं का आयात हुआ जो पिछले सीजन से 56 प्रतिशत कम रहा लेकिन फिर भी वह तीसरे स्थान पर आ गया।
इसके आलावा अल्जीरिया सहित अनेक अन्य देशों ने रूस से अच्छी मात्रा में गेहूं मंगाया। हालांकि यूक्रेन के निर्यातक अक्सर रूस से कम दाम पर गेहूं बेचने की कोशिश करते हैं लेकिन वहां जहाजों के लिए बीमा खर्च काफी ऊंचा रहता है इसलिए रूस का गेहूं विदेशी खरीदारों के लिए ज्यादा आकर्षक होता है।
दिलचस्प तथ्य यह है कि रूस की सरकार गेहूं के निर्यात को नियंत्रित करने के लिए कई ऋण उठाती रहती है जिसमें निर्यात का कोटा नियत करना, टैक्स लगाना तथा न्यूनतम निर्यात मूल्य निर्धारित करना आदि शामिल है।
यदि ये उपाय लागू नहीं होते तो रूस से गेहूं का निर्यात और भी बढ़ सकता था। वैसे भी रूस दुनिया में गेहूं का सबसे बड़ा निर्यातक तथा चीन और भारत के बाद तीसरा सबसे प्रमुख उत्पादक देश बना हुआ है।