iGrain India - मुम्बई । सर्वाधिक सक्रिय माह अगस्त के अनुबंध हेतु जीरा का वायदा भाव 14 जुलाई को गिरकर 57,290 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया जो 13 जुलाई के दाम से 1 प्रतिशत कम था।
इससे पूर्व 11 जुलाई को इसका वायदा भाव उछलकर एक समय 60,450 रुपए प्रति क्विंटल के ऐतिहासिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। उधर सबसे प्रमुख उत्पादक एवं व्यापारिक मंडी- ऊंझा (गुजरात) में इसका हाजिर भाव 300 रुपए गिरकर 58,550 रुपए पर आ गया।
रिकॉर्ड ऊंचे मूल्य स्तर पर जीरे की मांग स्वाभाविक रूप से कुछ कमजोर पड़ गई। आगामी दिनों में इसकी आवक बढ़ने की उम्मीद है। गुजरात में मौसम एवं वर्षा की स्थिति अनुकूल हो गई है जिसका मनोवैज्ञानिक असर बाजार पर देखा गया।
मालूम हो कि जीरा रबी सीजन में उत्पादित होता है और इसकी बिजाई अक्टूबर-नवम्बर में होती है। यदि मानसून आगे भी मजबूत रहा तो इस वर्ष जीरे की बिजाई में शानदार इजाफा हो सकता है।
पिछले सप्ताह जीरा का दाम तेजी से इसलिए उछल गया था क्योंकि गुजरात में अत्यन्त भारी बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई थी।
सौराष्ट्र एवं कच्छ में अच्छी बारिश हुई मगर अब मौसम साफ हो गया है जिससे आवक कुछ बढ़ सकती है। लेकिन उत्पादन में गिरावट आने से जीरा का भाव आगामी महीनों में ऊंचा एवं तेज रहने की उम्मीद है।