iGrain India - यंगून । भारत के पूर्वोत्तर पड़ोसी देश- म्यांमार से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यानी अप्रैल-जून 2023 के दौरान कुल मिलाकर 4,24,187 टन दलहनों एवं बीन्स का निर्यात हुआ जिससे 33.30 करोड़ डॉलर की आमदनी प्राप्त हुई।
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 1 अप्रैल से 30 जून 2023 के दौरान म्यांमार से समुद्री मार्ग से 3,69,237 टन दलहनों का शिपमेंट किया गया जबकि शेष 54,950 टन का निर्यात स्थलीय या सीमा मार्ग से हुआ।
सीमा मार्ग से खासकर चीन एवं थाईलैंड को दलहन-बीन्स का निर्यात होता है। मंत्रालय के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 की प्रथम तिमाही के दौरान म्यांमार से करीब 4.90 लाख टन दलहन एवं बीन्स का निर्यात हुआ था जिसके मुकाबले चालू वित्त वर्ष की समान अवधि का निर्यात करीब 66 हजार टन कम रहा।
ध्यान देने की बात है कि म्यांमार से दलहन के संवर्ग में मुख्यत: उड़द, मूंग एवं तुवर का निर्यात होता है। उड़द एवं तुवर का अधिकांश निर्यात भारत को तथा मूंग का निर्यात चीन को किया जाता है।
म्यांमार में धान के बाद दलहन फसलों की खेती ही सर्वाधिक क्षेत्रफल में होती है। कुल कृषि उत्पादन में दलहनों एवं बीन्स की भागीदारी 33 प्रतिशत के करीब रहती है। म्यांमार से यूरोपीय देशों को भी दलहनों का निर्यात शिपमेंट किया जाता है। दलहनों के निर्यात से उसे अच्छी आमदनी प्राप्त होती है।
उल्लेखनीय है कि म्यांमार दक्षिण-पूर्व एशिया में अवस्थित एक छोटा और आर्थिक दृष्टिकोण से कमजोर देश है जहां दाल-दलहनों की घरेलू खपत बहुत कम होती है। वहां मुख्यत: निर्यात उद्देश्य के लिए इसका उत्पादन होता है।