iGrain India - बैंकॉक । दक्षिण-पूर्व एशिया में अवस्थित देश- थाईलैंड में 2022-23 के दौरान गन्ना का भाव उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया और 2023 -24 के सीजन में भी दाम काफी ऊंचा रहने की संभावना है लेकिन इसके बावजूद उत्पादन में भारी गिरावट आने की आशंका है।
उद्योग समीक्षकों के अनुसार 2023-24 के मार्केटिंग सीजन के दौरान थाईलैंड में गन्ना की कुल आपूर्ति घटकर 740 लाख टन के करीब सिमट सकती है।
विश्लेषकों के मुताबिक इस बार गन्ना के बिजाई क्षेत्र में काफी गिरावट देखी जा रही है क्योंकि एक तो अन्य फसलों से किसानों को ऊंची आमदनी प्राप्त हो रही है और दूसरे, अल नीनो मौसम चक्र के कारण बारिश कम होने या सूखा पड़ने की आशंका है जिससे गन्ना की फसल को नुकसान हो सकता है। गन्ना की औसत उपज दर एवं चीनी की रिकवरी दर में कमी आने की संभावना है।
गन्ना के बिजाई क्षेत्र में कम से कम 5 प्रतिशत की गिरावट आने की संभावना है जिससे उत्पादन घटेगा और क्रशिंग के लिए कम माल उपलब्ध होगा। अल नीनो मौसम चक्र का वहां खतरा बना हुआ है। ध्यान देने कि बात है कि थाईलैंड दुनिया में ब्राजील के बाद चीनी का दूसरा सबसे प्रमुख निर्यातक देश है।
हालांकि 2021-22 सीजन के दौरान भारत उससे आगे निकलकर दूसरे स्थान पर पहुंचा था जब इसने 110 लाख टन चीनी का रिकॉर्ड निर्यात किया था लेकिन 2022-23 के सीजन में भारत से निर्यात घटकर 60-61 लाख टन पर सिमट गया और यह पुनः थाईलैंड से पिघलकर तीसरे नम्बर पर आ गया।
ध्यान देने की बात है कि थाईलैंड में सालाना 90 से 110 लाख टन के बीच चीनी का औसत उत्पादन होता है लेकिन घरेलू खपत कम होने के कारण वह अपनी अधिकांश चीनी का विदेशों में निर्यात करने में सफल हो जाता है।
थाईलैंड में गन्ना के 20 प्रतिशत से भी कम क्षेत्रफल में सिंचाई की सुविधा मौजूद है जबकि शेष भाग वर्षा पर आश्रित रहता है। चूंकि इस बार बारिश कम होने का अनुमान है इसलिए वहां गन्ना एवं चीनी के उत्पादन में भारी गिरावट आ सकती है।