iGrain India - यंगून । दलहनों एवं बीन्स के एक महत्वपूर्ण उत्पादक एवं निर्यातक देश- म्यांमार में 2023-24 के मार्केटिंग सीजन में 3.00-3.50 लाख टन तुवर (अरहर) तथा 7.00-7.50 लाख टन उड़द के उत्पादन का आरंभिक अनुमान लगाया गया है जबकि वास्तविक उत्पादन इसके बिजाई क्षेत्र तथा मौसम एवं वर्षा की स्थिति में होने वाले बदलाव पर निर्भर करेगा।
19 जुलाई 2023 को म्यांमार में लगभग 50 हजार टन तुवर एवं 4.00-4.50 लाख टन उड़द का अधिशेष स्टॉक बचा हुआ है जिसका निर्यात आगामी महीनों में किया जाएगा।
समझा जाता है कि जुलाई तथा अगस्त माह के दौरान म्यांमार से दलहनों का जोरदार निर्यात हो सकता है क्योंकि नई फसल की कटाई-तैयारी एवं आवक शुरू से पूर्व वहां उत्पादक एवं निर्यातक अपने पिछले स्टॉक को घटाने का हर संभव प्रयास करना चाहेंगे।
यदि उत्पादकों / निर्यातकों द्वारा आक्रामक रवैया अपनाया गया तो म्यांमार में उड़द- तुवर के दाम पर दबाव कुछ बढ़ सकता है।
म्यांमार के वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यानी अप्रैल-जून 2023 के दौरान देश से 4.24 लाख टन से कुछ अधिक दलहनों का निर्यात हुआ जिससे 33.30 करोड़ डॉलर की आमदनी हुई।
म्यांमार से तुवर एवं उड़द के साथ-साथ मूंग का निर्यात भी बड़े पैमाने पर होता है। म्यांमार में उत्पादित उड़द एवं तुवर के अधिकांश भाग का निर्यात भारत को किया जाता है जबकि मूंग का निर्यात चीन सहित कुछ अन्य देशों को होता है।
वहां धान के बाद दलहनों की खेती ही सबसे ज्यादा क्षेत्रफल में होती है। इसका उत्पादन मुख्यत: निर्यात उद्देश्य के लिए किया जाता है क्योंकि वहां इसकी घरेलू खपत ज्यादा नहीं होती है।