iGrain India - नई दिल्ली । इस वर्ष अभी तक प्रमुख उत्पादक राज्यों केरल में पर्याप्त बारिश न होने के कारण छोटी इलायची की पहली पीकिंग की क्वालिटी एवं उत्पादन दोनों प्रभावित होने के समाचार हैं।
जिस कारण से गत कुछ समय में छोटी इलायची की कीमतों में तेजी का दौर बना हुआ है और अभी धारणा बाजार में तेजी की बनी हुई है। उल्लेखनीय है कि छोटी इलायची की फसल 5/6 पीकिंग में आती है। जबकि जुलाई में पहली पीकिंग की आवक शुरू हो जाती है और अंतिम पीकिंग फरवरी-मार्च में आती है।
सूत्रों का कहना है कि बारिश की कमी के चलते छोटी इलायची की पहली पीकिंग गत वर्ष की तुलना में 20/25 प्रतिशत कम उतरने के अनुमान लगाए जा रहे है। साथ ही दाना भी हल्का आने के समाचार है। जिस कारण मोटे मालों में अभी तेजी रहेगी।
व्यापारियों का कहना है कि अगर आगामी एक सप्ताह के अंदर अच्छी बारिश हो जाती है तो दूसरी पीकिंग में पहली पीकिंग की कमी को काफी हद तक पूरा कर देगी अगर बारिश नहीं होती तो आगामी दिनों में आने वाली पीकिंगो में भी उत्पादन कम ही रहेगा।
उत्पादन
व्यापारिक सूत्रों का कहना है कि अभी तक कि स्थिति को देखते हुए संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस वर्ष छोटी इलायची का उत्पादन अवश्य ही 20/25 प्रतिशत कम रहेगा। जबकि गत वर्ष देश में छोटी इलायची का उत्पादन 28/30 हजार टन का रहा था। जबकि वर्ष 2021 में उत्पादन 25/26 हजार टन का हुआ था।
नए मालों की आवक
प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्पादक केन्द्रों पर 5/6 टन नए मालों की आवक शुरू हो चुकी है और बल्क में भाव 1300/1400 रुपए प्रति किलो बोले जा रहे हैं। आगामी दिनों में नए मालों की आवक बढ़ने पर बढ़ती कीमतें रुक सकती हैं लेकिन अभी हाल-फिलहाल मंदे के आसार नहीं है।
तेजी की संभावना
कारोबारियों का मानना है कि कमजोर उत्पादन एवं हाजिर में मोटे मालों का स्टॉक कम रह जाने के कारण अच्छी क्वालिटी के मालों में जल्द ही 75/100 रुपए प्रति किलो की तेजी बनने के अनुमान लगाये जा रहे हैं। वर्तमान में दिल्ली बाजार में क्वालिटीनुसार भाव 1200/2200 रुपए प्रति किलो बोले जा रहे हैं। उत्पादक केन्द्रों पर आज हुई छोटी इलायची की दि केरला कार्डमम प्रोसेसिंग एंड मार्केटिंग कम्पनी लि० नीलामी में 52105 किलो की आवक हुई और 50874.5 किलो का व्यापार हुआ। नीलामी में अधिकतम भाव 2003 रुपए एवं एवरेज भाव 1362.61 रुपए प्रति किलो बोले गए।
निर्यात घटा
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ग्वाटेमाला की सस्ते दामों पर छोटी इलायची की सप्लाई बढ़ने के कारण भारतीय इलायची का निर्यात प्रभावित हुआ है। मसाला बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021-22 (अप्रैल 21-मार्च -22) के दौरान छोटी इलायची का निर्यात 10511 टन का रहा था जोकि वर्ष 2022-23 में घटकर 7352 टन का रह गया।