iGrain India - विजयवाड़ा । आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी का जल स्तर भद्रा चलम के पास 40 फीट की सीमा को पार कर जाने की संभावना है जिसे देखते हुए अल्लूरी सीताराम राजू (एएसआर) जिले के चिंतुरू, येटापाका वी आर पुरम एवं कुनावरम मंडलों बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है।
डावलेश्वरम बैराज में भद्राचलम से पोलावरम के रास्ते 3 से 4 लाख क्यूसेक तक बाढ़ का पानी छोड़े जाने की संभावना है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि भद्राचलन से राजामहेंद्रवरम तक बाढ़ के पानी को पहुंचने में 18 घंटे का समय लग सकता है।
मालूम हो कि आंध्र प्रदेश का भद्राचलम शहर मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। वहां बैराज में जल स्तर 35 फीट तक पहले ही पहुंच गया था। अभी तक डावलेश्वरम बैराज से अधिशेष पानी को 1.50 लाख क्यूसेक की दर से समुद्र में प्रवाहित किया जा रहा है।
लेकिन गोदावरी की दो सहायक नदियों - इंद्रावती एवं प्राणाहिता के उद्गम क्षेत्रों में जोरदार बारिश होने से उसका पानी भद्राचलम के पास गोदावरी नदी में भरने लगा है।
इससे एएससार जिले के 6 मंडलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इसके अलावा एलुरु जिले के दो मंडल- वेलेरेपाडु तथा कुकन्नुर में भी बाढ़ की आशंका बनी हुई है। जिससे आम लोगों में भय तथा चिंता व्याप्त है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022 में भी बाढ़ से वहां लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे।
इस बीच मौसम विभाग ने तटीय आंध्र प्रदेश तथा रायल सीमा क्षेत्र के कई जिलों में तेज हवा के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। इसे लोगों की मुसीबत बढ़ेगी और खरीफ फसलों को भी नुकसान हो सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी के पश्चिमोत्तर क्षेत्र एवं इससे सटे मध्य पश्चिमी भाग के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन मौजूद है। यह सर्कुलेशन उत्तरी आंध्र प्रदेश एवं दक्षिणी उड़ीसा में अपना प्रभाव दिखा सकता है।
वहां कम दाब का क्षेत्र बनने की संभावना है। एलुरु तथा एएसआर जिले में पिछले दिन भारी बारिश हुई थी।