iGrain India - नई दिल्ली । मानसून की अच्छी वर्षा के सहारे कपास एवं गन्ना की खेती में अच्छी प्रगति हो रही है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चालू खरीफ सीजन के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर 21 जुलाई तक कपास का उत्पादन क्षेत्र 109.70 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया जो वर्ष 2022 को इसी अवधि के क्षेत्रफल 110 लाख हेक्टेयर से महज 30 हजार हेक्टेयर कम है।
पिछले साल के मुकाबले चालू खरीफ सीजन के दौरान कपास का बिजाई क्षेत्र आंध्र प्रदेश में 3.11 लाख हेक्टेयर से घटकर 1.32 लाख हेक्टेयर, कर्नाटक में 5.97 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 3.91 लाख हेक्टेयर तथा महाराष्ट्र में 39.78 लाख हेक्टेयर से गिरकर 39.59 लाख हेक्टेयर रह गया जबकि दूसरी ओर इसका क्षेत्रफल गुजरात में 23.11 लाख हेक्टेयर से उछलकर 25.39 लाख हेक्टेयर,
हरियाणा में 6.45 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 6.65 लाख हेक्टेयर, मध्य प्रदेश में 5.86 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 6.26 लाख हेक्टेयर, राजस्थान में 6.29 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 7.77 लाख हेक्टेयर तथा तेलंगाना में 14.81 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 15.37 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
देश के अन्य राज्यों में कपास का रकबा गत वर्ष के 4.61 लाख हेक्टेयर से घटकर इस बार 3.42 लाख हेक्टेयर रह गया।
जहां तक गन्ना का सवाल है तो इसका उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 53.34 लाख हेक्टेयर से उछलकर इस बार 56.00 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। आंकड़ों का विश्लेषण करने से पता चलता है कि मुख्यत: उत्तर प्रदेश की वजह से गन्ना के रकबे में इतना इजाफा हुआ है।
वहां इसका उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 23.60 लाख हेक्टेयर से उछलकर इस बार 27.51 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। दूसरी ओर इसका बिजाई क्षेत्र महाराष्ट्र में 12.14 लाख हेक्टेयर से घटकर 10.54 लाख हेक्टेयर, गुजरात में 2.32 लाख हेक्टेयर से गिरकर 1.92 लाख हेक्टेयर, बिहार में 2.35 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 2.24 लाख हेक्टेयर तथा आंध्र प्रदेश में 49 हजार हेक्टेयर से गिरकर 37 हजार हेक्टेयर रह गया।
कर्नाटक में गन्ना का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 5.58 लाख हेक्टेयर से बढ़कर इस बार 6.56 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा मगर देश के अन्य राज्यों में यह 6.86 लाख हेक्टेयर से गिरकर 6.90 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया। गन्ना के अन्य उत्पादक प्रांतों में पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश एवं तेलंगाना आदि शामिल हैं।