iGrain India - नई दिल्ली । देश के मध्यवर्ती भाग में वर्षा होने से इसकी कमी पूरी हो गई है और अब राष्ट्रीय स्तर पर कुल वर्षा सामान्य औसत स्तर से ऊपर पहुंच गई है।
मौसम विभाग के अनुसार महाराष्ट्र सहित कुछ अन्य राज्यों में मानसून अभी सक्रिय है जबकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक विशालकाय कम दाब का क्षेत्र बन रहा है जिससे आगामी दिनों के दौरान कई क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार यह कम दाब का क्षेत्र अगले कुछ दिनों के अंदर डिप्रेशन में बदल सकता है।
उल्लेखनीय है कि जुलाई का अंतिम सप्ताह सर्वाधिक वर्षा वाला समय माना जाता है और अगस्त में भी भारी वर्षा होती है। इस बार जुलाई में काफी अच्छी बारिश हुई है और अभी तक अल नीनो मौसम चक्र का कोई अता-पता नहीं है इसलिए बारिश का दौर आगे भी जारी रहने की उम्मीद है।
मौसम विभाग के मुताबिक इस बार 1 जून से 21 जुलाई तक राष्ट्रीय स्तर पर सामान्य औसत से 3 प्रतिशत अधिक बारिश हुई।
मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के दौरान मध्य भारत में दूर-दूर तक सामान्य से लेकर भारी बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है।
इसके अलावा छत्तीसगढ़ एवं विदर्भ संभाग में जोरदार वर्षा होने की उम्मीद है। कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र तथा गुजरात में भी अत्यन्त भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। मुम्बई में कहीं-कहीं जबरदस्त वर्षा हो सकती है।
उधर दक्षिण भारत के केरल, कर्नाटक, तटीय आंध्र- प्रदेश एवं तेलंगाना में अगले पांच दिन के अंदर मूसलाधार बारिश होने की संभावना है जबकि तटीय एवं दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 23 जुलाई को तथा उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में 25 जुलाई को वर्षा होने की उम्मीद है।
एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान में अटका है जिसके भारत आने का इंतजार किया जा रहा है।