iGrain India - धनिया की कीमतों में तेजी : अभी और बढ़ेंगे भाव
नई दिल्ली। चालू सप्ताह के दौरान धनिया की कीमतों में तेजी रही और अभी भी भाव और बढ़ने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि वायदा कारोबारियों की नजरे अब धनिया बाजार पर टिकी है अतः आगामी दिनों में अभी धनिया की कीमते मजबूत बनी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि चालू सीजन के दौरान देश में रिकॉर्ड उत्पादन होने के कारण गत दिनों धनिया के भाव गत वर्ष की तुलना में आधे रह गए थे। भाव काफी नीचे आ जाने के कारण धनिया निर्यात में शानदार वृद्धि दर्ज की गई है।
कीमतों में तेजी
चालू सप्ताह के दौरान उत्पादक केन्द्रों की मंडियों सहित वायदा बाजार में भी धनिया के भाव तेजी के साथ बोले गए। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात की गोंडल, राजकोट, जूनागढ़ मंडी में चालू सप्ताह के दौरान धनिया के भाव क्वालिटीनुसार बढ़कर सप्ताह के अंत में 7000/7900 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गए जबकि सप्ताह के शुरू में भाव 6500/7300 रुपए प्रति क्विंटल खुले थे।
राजस्थान एवं मध्य प्रदेश की मंडियों में भी चालू सप्ताह के दौरान धनिया के भाव 500/600 रुपए प्रति क्विंटल तेजी के साथ बोले गए। जबकि विगत एक माह के दौरान धनिया की कीमतों में 1000/1200 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की जा चुकी है।
वायदा बाजार
चालू सप्ताह के दौरान वायदा में भी तेजी रही। प्राप्त जानकारी के अनुसार सप्ताह के शुरू में जुलाई माह का वायदा 7060 रुपए पर खुला था। जोकि सप्ताह के अंत में 7568 रुपए पर बंद हुआ है।
अगस्त माह का वायदा 6932 रुपए खुलने के पश्चात सप्ताह के अंत में 7666 रुपए पर बंद हुआ है। वायदा कारोबारियों की मजबूत होती पकड़ को देखते हुए अभी भी धारणा बाजार में तेजी की बनी हुई है।
मंदे की संभावना नहीं
जानकार सूत्रों का कहना है कि धनिया कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है। अभी कीमतों में 8/10 रुपए प्रति किलो की तेजी ओर बनने के पश्चात कीमतों में कुछ समय के लिए ठहराव आएगा तत्पश्चात बाजार में धीरे-धीरे बढ़ते रहेंगे। क्योंकि आगामी दिनों में मंडियों में आवक काफी कम रह जाएगी। इसके अलावा आगामी सीजन के लिए उत्पादक केन्द्रों पर बिजाई के क्षेत्रफल में भी गिरावट आएगी।
व्यापारियों का मानना है कि आगामी सीजन के लिए उत्पादक केन्द्रों पर धनिया की बिजाई 50 प्रतिशत ही हो पायेगी। क्योंकि किसानों को धनिया के मुकाबले जीरा, सौंफ, ईसबगोल आदि के भाव ऊंचे मिल रहे हैं।
सूत्रों का मानना है कि बिजाई की रिपोर्ट के पश्चात कीमतों में अच्छी तेजी देखी जा सकती है और वर्ष 2024 में धनिया की कीमतें ऊंची बनी रहेगी। उत्पादक केन्द्रों पर धनिया की बिजाई अक्टूबर नवम्बर माह में शुरू हो जाती है।
आवक में सुधार
हालांकि किसानों के पास धनिया का स्टॉक पर्याप्त है क्योंकि कीमतों में तेजी आने के पश्चात मंडियों में आवक बढ़ने लगी है। राजस्थान की रामगंज मंडी में धनिया की दैनिक आवक बढ़कर 8/10 हजार बोरी दैनिक की हो गई है जबकि एक सप्ताह पूर्व आवक 3500/4000 बोरी की चल रही थी।
गुजरात की गोंडल मंडी में भी आवक 7/8 हजार बोरी की हो गई है। जोकि एक सप्ताह पूर्व 4000 बोरी की चल रही थी अन्य मंडियों में भी धनिया की आवक बढ़ी है।
निर्यात अधिक
कीमतों में मंदा रहने के कारण इस वर्ष धनिया के निर्यात में वृद्धि दर्ज की गई है। वर्ष 2023-24 के प्रथम तीन माह के दौरान धनिया का रिकॉर्ड निर्यात किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अप्रैल-मई में धनिया का निर्यात 36950 टन का हुआ जबकि गत वर्ष इसी समयावधि में निर्यात 7800 टन का रहा था। जून माह के दौरान भी धनिया का निर्यात 14925 टन का रहा जबकि गत वर्ष इसी समयावधि में निर्यात 2427 टन का हुआ था।
सूत्रों का मानना है कि भाव ऊंचे होने के कारण जुलाई माह में निर्यात प्रभावित हो सकता है लेकिन गत वर्ष की तुलना में अधिक रहेगा। गत वर्ष जुलाई माह में धनिया का निर्यात 2267 टन का रहा था।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022-23 (अप्रैल-मार्च) के दौरान धनिया का कुल निर्यात 54481 टन का रहा जबकि वर्ष 2021-22 में निर्यात 48656 टन का हुआ था।