iGrain India - मुम्बई । एक अग्रणी उद्योग संगठन- सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) द्वारा संक्रमित आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यानी अप्रैल-जून 2023 के दौरान देश से बल्क एवं कंटेनरों में कुल 1,50,680 टन अरंडी तेल का निर्यात हुआ जिससे 1930.33 करोड़ रुपए की आमदनी हुई।
यह आरंभिक अनुमानित आंकड़ा है जिसमें आगे कुछ संशोधन परिवर्तन हो सकता है। 'सी' की रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल में 56,194 टन अरंडी तेल के निर्यात से 755.05 करोड़ रुपए, मई में 58,151 टन के निर्यात से 743.01 करोड़ रुपए तथा जून में 36,335 टन के शिपमेंट से 452.27 करोड़ रुपए की आमदनी हुई।
इसके मुकाबले वर्ष 2022 के अप्रैल में 913.05 करोड़ रुपए मूल्य के 63,104 टन, मई में 1207.60 करोड़ रुपए मूल्य के 80,791 टन तथा जून में 884.30 करोड़ रुपए मूल्य के 57,011 टन अरंडी तेल का शानदार निर्यात हुआ था।
इस तरह पिछले साल के मुकाबले चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान अरंडी तेल के निर्यात में मात्रा एवं आमदनी की दृष्टि से जोरदार गिरावट आ गई।
'सी' के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 की सम्पूर्ण अवधि (अप्रैल-मार्च) के दौरान देश से कुल मिलाकर 6,06,376 टन अलसी तेल का निर्यात हुआ था जिससे 9027.64 करोड़ रुपए की शानदार आमदनी प्राप्त हुई थी।
इससे पूर्व वित्त वर्ष 2021-22 में 7804.85 करोड़ रुपए मूल्य के 6,62,812 टन तथा 2020-21 में 6082.15 करोड़ रुपए मूल्य के 6,86,428 टन अरंडी तेल का शिपमेंट किया गया था।
उल्लेखनीय है कि भारत दुनिया में अरंडी का सबसे बड़ा उत्पादक तथा अरंडी तेल का सबसे प्रमुख निर्यातक देश है। अरंडी तेल के वैश्विक निर्यात बाजार में भारत का लगभग एकाधिकार है। गुजरात अरंडी का सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य है।