iGrain India - विनीपेग । कनाडा की सरकारी संस्था-स्टैट्स कैन ने चालू वर्ष के दौरान देश में कैनोला का कुल बिजाई क्षेत्र बढ़कर 89 लाख हेक्टेयर पर पहुंचने का अनुमान लगाया है जो गत वर्ष के क्षेत्रफल से 3 प्रतिशत अधिक है।
फसल की बिजाई पहले ही समाप्त हो चुकी है और अब वह प्रगति के चरण में है। लेकिन कनाडा के अधिकांश इलाकों में मौसम शुष्क एवं गर्म बना हुआ है जिससे फसल को नुकसान होने की आशंका है।
पिछले सप्ताहांत कुछ क्षेत्रों में अत्यन्त मूसलाधार वर्षा होने से भयंकर बाढ़ आ गई जिससे फसल क्षतिग्रस्त हो सकती है। उल्लेखनीय है कि कनाडा दुनिया में कैनोला एवं इसके तेल का सबसे प्रमुख उत्पादक तथा निर्यातक देश है।
सामान्य औसत उपज दर के आधार पर कनाडा के कृषि मंत्रालय ने चालू सीजन के दौरान 188 लाख टन कैनोला के घरेलू उत्पादन का अनुमान लगाया है। कैनोला की फसल प्रगति के बहुत महत्वपूर्ण चरण में पहुंच गई है। उसमें फूल लगने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
यह ऐसा समय है कि यदि मौसम अनुकूल नहीं रहा तो इसकी औसत उपज दर में काफी गिरावट आ सकती है। चूंकि सस्कैचवान एवं अल्बर्टा जैसे शीर्ष उत्पादक प्रांतों में मौसम गर्म और शुष्क है इसलिए वर्षा पर आश्रित क्षेत्रों में किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है।
सस्कैचवान प्रान्त में कैनोला की 66 प्रतिशत तथा अल्बर्टा में 43 प्रतिशत फसल की अच्छी या उत्सावर्धक स्थिति में आंका गया है। मनिटोबा प्रान्त में अच्छी बारिश होने की सूचना है।
पश्चिमी कनाडा के प्रेयरी संभाग में कैनोला का सर्वाधिक उत्पादन होता है जहां जून का महीना अत्यन्त शुष्क एवं गर्म रहा मगर अब तापमान में कुछ कमी आ गई है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार 2022-23 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (अगस्त-जुलाई) के दौरान कनाडा में उत्पादन बढ़ने एवं आयात स्थिर रहने की वजह से कैनोला की उपलब्धता में 22 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो गई।
लेकिन इसका पिछला बकाया स्टॉक कम था। कृषि मंत्रालय के अनुसार 2022-23 के सीजन में 9 लाख टन के बकाया स्टॉक, 182 लाख टन के उत्पादन तथा 1 लाख टन के आयात के साथ कैनोला की कुल उपलब्धता बढ़कर 192 लाख टन पर पहुंची।
वहां 95 लाख टन कैनोला की क्रशिंग होने का अनुमान है। जून के अंत तक कनाडा से करीब 84 लाख टन कैनोला का निर्यात हो चुका था।