iGrain India - कोझिकोड । देश के सुदूर दक्षिणी राज्य- केरल में पिछले 45 दिनों के दौरान चावल के दाम में 15-20 प्रतिशत का उछाल आ गया। थोक बाजार में हुई बढ़ोत्तरी से खुदरा बाजार में भी इसकी कीमतों में तेजी आ गई।
हालांकि कच्चे चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लग गया है लेकिन सेला चावल का निर्यात धड़ल्ले से हो रहा है। अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में भी चावल की कीमतों में तेजी आई है।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार 'जया' चावल का थोक बाजार भाव बढ़कर 4100 रुपए प्रति क्विंटल तथा खुदरा बाजार मूल्य 45-47 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया। वैसे कोझिकोड जिले में आमलोग जया चावल को ज्यादा पसंद नहीं कर रहे हैं।
इसके बजाए वहां कुरुवा, वेल्ला कुरुवा, स्वर्णम तथा सुरेखा जैसी किस्मों के चावल को सर्वाधिक पसंद किया जाता है। पिछले एक माह के दौरान इन किस्मों के चावल की कीमतों में भी कुछ इजाफा हुआ है।
वैसे कोझिकोड जिले में अभी चावल का अभाव महसूस नहीं किया जा रहा है लेकिन ओणम पर्व के समय इसकी मांग एवं खपत बढ़ने की संभावना है।
बेहतर आमदनी प्राप्त होने से राइस मिलर्स अभी निर्यातकों को अपना चावल बेचने को प्राथमिकता दे रहे हैं जिससे आगामी महीनों के दौरान स्थानीय बाजार में इसकी कमी महसूस हो सकती है और त्योहारों के समय इसका दाम सुधर सकता है।
उपभोक्ताओं को अभी चावल के ऊंचे दाम का प्रभाव नहीं झेलना पड़ रहा है और उन्हें पर्याप्त मात्रा में तथा उचित दाम पर अपनी पसंद का चावल हासिल हो रहा है।
मावेली स्टोर्स पर रियायती मूल्य वाले चावल की केवल नियत मात्रा ही उपलब्ध करवाई जा रही है क्योंकि वहां इसका स्टॉक तेजी से घटने लगा है जबकि इसकी मांग अच्छी बनी हुई है।