iGrain India - नई दिल्ली । प्राइवेट चीनी मिलों की शीर्ष संस्था- इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने सरकार से एथनॉल का मूल्य बढ़ाकर 69.85 रुपए प्रति लीटर नियत करने का आग्रह किया है ताकि पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल के मिश्रण के लक्ष्य और प्रधानमंत्री के विजन को हासिल करने में सहायता मिल सके।
एथनॉल मिश्रण कार्यक्रम (ईबीपी) के लिए मांग को पूरा करने हेतु एथनॉल आपूर्ति को दोगुना बढ़ाने के लिए चीनी उद्योग को 17,500 करोड़ रुपए के निवेश की जरूरत है।
केन्द्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग को भेजे एक पत्र में इस्मा ने एथनॉल का दाम बढ़ाने की अपील की है ताकि मिलर्स को इसका उत्पादन तेजी से बढ़ाने का प्रोत्साहन मिल सके। इस्मा के अनुसार वर्ष 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल के मिश्रण का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए करीब 1200 करोड़ लीटर एथनॉल की आवश्यकता पड़ेगी।
चीनी उद्योग द्वारा 2022-23 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (दिसम्बर-नवम्बर) में आपूर्ति के लिए 400 करोड़ लीटर का अनुबंध किया गया है जबकि शेष 800 करोड़ लीटर के लिए उत्पादन क्षमता में जबरदस्त वृद्धि करनी होगी जिसके लिए 17,500 करोड़ रुपए की आवश्यकता पड़ेगी।
इस्मा के पत्र में कहा गया है कि जब तक उपयुक्त वापसी सुनिश्चित नहीं होगी तब तक उद्योग और बैंक इस विशाल अतिरिक्त निवेश के लिए तैयार नहीं होगा।
इस बार एथनॉल निर्माण के लिए गन्ना जूस की आपूर्ति कम हुई। इस्मा ने सरकार से टीपीए की मौजूदा प्रणाली के लिए सभी आपूर्तिकर्ताओं के साथ हस्ताक्षर करने की अपील करते हुए कहा है कि तेल विपणन कंपनियों द्वारा जारी किए जाने वाले टेंडर के कुछ खास नियमों-शर्तों में भी संशोधन होना चाहिए।