iGrain India - नई दिल्ली । प्राइवेट चीनी मिलों की शीर्ष संस्था- इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) की एक महत्वपूर्ण मीटिंग 1 अगस्त 2023 को सम्पन्न हुई जिसमें समूचे देश के प्रमुख उत्पादक राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
इस मीटिंग में चालू वर्ष के दौरान गन्ना का कुल क्षेत्रफल 59.81 लाख हेक्टेयर रहने का अनुमान लगाया गया जो 2022-23 सीजन के लगभग बराबर ही है।
बैठक में अनेक मुद्दों एवं विषयों पर विस्तार से गंभीरपूर्वक चर्चा की गई। इसके बाद 2023-24 के मार्केटिंग सीजन में कुल 362 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का आरंभिक अनुमान लगाया गया।
इसमें से करीब 45 लाख टन चीनी का उपयोग एथनॉल निर्माण में होगा और शुद्ध चीनी का वास्तविक उत्पादन 317 लाख टन पर सिमट सकता है।
2022-23 के मौजूद सीजन में 369 लाख टन चीनी के कुल उत्पादन में से 41 लाख टन का उपयोग एथनॉल निर्माण में होगा और 328 लाख टन शुद्ध चीनी का स्टॉक बचेगा। 2023-24 के सीजन में 317 लाख टन के कुल संभावित उत्पादन में से 275 लाख टन चीनी की खपत होगी और 41 लाख टन का अधिशेष स्टॉक बचेगा।
इस बीच कर्नाटक एवं तमिलनाडु में 2022-23 सीजन के लिए गन्ना की क्रशिंग का विशेष स्तर आरंभ हो गया है इसलिए अब अंतिम उत्पादन आंकड़े का आंकलन किया गया है।
इस्मा का कहना है कि चीनी के उत्पादन का अनुमान मौसम की हालत सामान्य रहने के आधार पर लगाया गया है। आगामी अक्टूबर माह से गन्ना की क्रशिंग का नया मार्केटिंग सीजन आरंभ होने वाला है।
इस्मा के आंकड़ों से पता चलता है कि 2022-23 के मार्केटिंग सीजन के दौरान उत्तर प्रदेश में 104.82 लाख टन, महाराष्ट्र में 105.31 लाख टन, कर्नाटक में 56.92 लाख टन, तमिलनाडु में 15.41 लाख टन, गुजरात में 10.16 लाख टन तथा देश के अन्य राज्यों में 35.36 लाख टन सहित राष्ट्रीय स्तर पर कुल 328 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ।
2023-24 के सीजन के दौरान उत्तर प्रदेश में 128.90 लाख टन, महाराष्ट्र में 109 लाख टन, कर्नाटक में 60.43 लाख टन, तमिलनाडु में 14.15 लाख टन, गुजरात में 11.15 लाख टन तथा अन्य राज्यों में 38.17 लाख टन सहित कुल 361.80 लाख टन चीनी का उत्पादन हो सकता है जिसमें से करीब 45 लाख टन का डायवर्जन एथनॉल निर्माण में होगा और शुद्ध चीनी का उत्पादन 316.80 लाख टन रहेगा।