iGrain India - नई दिल्ली । नेशनल मिशन फॉर एडिबल ऑयल्स- ऑयल पाम के अंतर्गत समूचे भारत में जुलाई तथा अगस्त 2023 के दौरान ऑयल पाम के प्लांटेशन का मेगा अभियान चलाया जा रहा है।
प्रांतीय सरकारें तथा ऑयल पाम प्रोसेसिंग कंपनियां इसमें उत्साह के साथ भाग ले रही हैं। इस अभियान के तहत लगभग 7750 हेक्टेयर क्षेत्र में पाम के बागान लगाए जाएंगे।
सरकार का इरादा वर्ष 2025-26 तक पाम के बागानी क्षेत्र को बढ़ाकर 10 लाख हेक्टेयर तथा क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का उत्पादन बढ़ाकर 11.20 लाख टन तक पहुंचाने का है।
इसी उद्देश्य के साथ अगस्त 2021 में केन्द्र सरकार ने नेशनल मिशन फॉर एडिबल ऑयल्स- ऑयल पाम लांच किया था। मिशन का एक उद्देश्य 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में आगे बढ़ना तथा विदेशी खाद्य तेलों के आयात पर निर्भरता घटाना है।
मिशन के तहत राज्य सरकारों एवं ऑयल पाम प्रोसेसिंग कंपनियों ने 25 जुलाई 2023 से पाम का बागान लगाने का एक मेगा अभियान आरंभ किया है।
ऑयल पाम की तीन प्रमुख प्रोसेसिंग कंपनियां- पतंजलि फूड प्रा० लि०, गोदरेज एग्रोवेट तथा 3 एफ इरा अभियान में सक्रियता से भाग ले रही है। 12 अगस्त तक यह अभियान जारी रहेगा।
ऑयल पाम के प्रमुख उत्पादक राज्यों में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, उड़ीसा, कर्नाटक, गोवा, आसाम, त्रिपुरा, नागालैंड, मिजोरम तथा अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं जहां नए बागान लगाने का अभियान चल रहा है।
आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, उड़ीसा, गोवा एवं कर्नाटक में 8 अगस्त तक करीब 7 हजार हेक्टेयर में पाम का बागान लगाने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें आंध्र प्रदेश तथा तेल की भागीदारी 6500 हेक्टेयर की होगी। शेष राज्यों में 12 अगस्त तक अभियान चलाया जाएगा।