iGrain India - रेगिना । चालू वर्ष के दौरान कनाडा में न केवल मसूर के बिजाई क्षेत्र में कमी आई बल्कि मौसम भी काफी हद तक प्रतिकूल रहा जिससे इस महत्वपूर्ण दलहन के उत्पादन में गिरावट आने की संभावना है।
कनाडा के दोनों शीर्ष उत्पादक प्रांतों- सस्कैचवान एवं अल्बर्टा में मसूर फसल की रेटिंग में भारी कटौती कर दी गई है। सस्कैचवान प्रान्त में पहले मसूर की 50 प्रतिशत फसल को उत्साहवर्धक स्थिति में आंका गया था लेकिन अब केवल 37 प्रतिशत फसल इस श्रेणी में रखी गई है।
इसी तरह अल्बर्टा राज्य में मसूर की उत्साहवर्धक फसल की रेटिंग 44 प्रतिशत से घटाकर 29 प्रतिशत नियत की गई है तैयारी आरंभ होने वाली है। फसल की नाजुक हालत को देखते हुए भविष्य में खासकर अच्छी क्वालिटी की मसूर का भाव ऊंचा रहने का अनुमान लगाया जा रहा है।
फिलहाल छोटी लाल मसूर की निर्यात मांग बहुत कमजोर है इसलिए इसकी कीमतों में नरमी का माहौल देखा जा रहा है। दूसरी ओर हरी मसूर में कारोबार कुछ बेहतर हो रहा है। 30 से 60 दिनों तक के मूवमेंट के लिए इसकी अच्छी मांग बनी हुई है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ऑस्ट्रेलियाई माल का दबदबा बढ़ रहा है क्योंकि उसकी क्वालिटी अच्छी एवं कीमत प्रतिस्पर्धी है। अमरीका में फसल की हालत औसत स्तर की बताई जा रही है। वहां भी मौसम मसूर की फसल के लिए पूरी तरह अनुकूल नहीं है।
व्यापार विश्लेषकों के मुताबिक नई फसल की आपूर्ति का दबाव बढ़ने से कुछ समय तक कनाडा में मसूर का भाव नरम रह सकता है लेकिन उसके बाद इसमें धीरे-धीरे तेजी का दौर शुरू हो जाने की संभावना है क्योंकि पिछला बकाया स्टॉक बहुत कम रह गया है।
अगस्त-सितम्बर में कनाडाई मसूर की अधिकांश फसल की कटाई हो जाती है जबकि अक्टूबर-नवम्बर में ऑस्ट्रेलिया में इसकी कटाई-तैयारी होने लगी है।
उस समय भारत में इसकी बिजाई चल रही होती है। कारोबारियों द्वारा उत्पादकों से अच्छी मात्रा में मसूर की खरीद का अग्रिम अनुबंध किया गया है। आगे भाव बढ़ने पर उसे अच्छी आमदनी प्राप्त होने की उम्मीद है।