iGrain India - नई दिल्ली । शीर्ष उद्योग संस्था- इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने चालू माह के आरंभ में चीनी का घरेलू उत्पादन 2022-23 सीजन के 328 लाख टन से 11 लाख टन घटकर 2023-24 के सीजन में 317 लाख टन पर सिमट जाने की संभावना व्यक्त की थी लेकिन केन्द्र सरकार इससे सहमत नहीं है।
उसका कहना है कि अभी बिजाई प्रक्रिया समाप्त नहीं हुई है इसलिए अगले सीजन के लिए गन्ना एवं चीनी के उत्पादन का अनुमान लगाना जल्दबाजी मानी जाएगी।
केन्द्रीय खाद्य सचिव का कहना था कि इस तरह की कुछ खबरें मिल रही हैं कि कुछ घबराहट का माहौल बना हुआ है और देश में आगे चीनी का अभाव रहेगा इसलिए इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करना आवश्यक हो गया था।
अक्टूबर 2023 से गन्ना फसल की कटाई शुरू होगी और अभी से उसके उत्पादन का अनुमान लगाना ठीक नहीं है। अब तक उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि गन्ना का उत्पादन क्षेत्र राष्ट्रीय स्तर पर गत वर्ष के 53 लाख हेक्टेयर से बढ़कर इस बार 56 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है।
उल्लेखनीय है कि इस्मा ने कहा था कि 2023-24 के मार्केटिंग सीजन के दौरान एथनॉल निर्माण में 45 लाख टन चीनी के समतुल्य गन्ना का इस्तेमाल हो सकता है जो 2022-23 सीजन के अनुमानित उपयोग 41 लाख टन से 4 लाख टन ज्यादा है।
इससे चीनी उत्पादन में कमी आएगी। इसके अलावा कर्नाटक एवं तमिलनाडु में गन्ना के बिजाई क्षेत्र में गिरावट आने के संकेत मिल रहे हैं जबकि महाराष्ट्र-गुजरात में क्षेत्रफल गत वर्ष के लगभग बराबर ही रहने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश में गन्ना के रकबे में अच्छी बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है।