iGrain India - हल्दी की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी
सप्ताहांत में मुनाफावसूली बिकवाली बढ़ने से भाव नरम
नई दिल्ली। चालू सप्ताह के दौरान भी हल्दी की कीमतों में तेजी रही। हालांकि सप्ताह के अंत में मुनाफावसूली बिकवाली बढ़ने से हाजिर एवं वायदा बाजार में भाव मंदे के साथ बोले गए। वर्तमान में हल्दी के भाव रिकॉर्ड स्तर पर बोले जा रहे हैं।
विगत लगभग एक माह के दौरान हल्दी की कीमतें दोगुना से अधिक बढ़ने की किसी ने भी नहीं सोचा था। और विगत एक माह में हल्दी की कीमतों में एक तरफा तेजी का दौर रहा। अतः अब एक बार कुछ समय के लिए हल्दी की कीमतों में गिरावट आने के अनुमान लगाये जाने लगे हैं।
हालांकि बकाया स्टॉक एवं बिजाई को देखते हुए हल्दी का भविष्य अच्छा माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि प्रतिकूल मौसम के चलते इस वर्ष उत्पादक राज्यों में हल्दी की बिजाई प्रभावित हुई है।
सूत्रों का कहना है कि कहीं पर बारिश की कमी एवं कहीं पर अत्यधिक बारिश के चलते आने वाली फसल गत वर्ष की तुलना में कमजोर आने के अनुमान लगाये जाने लगे हैं। इसके अलावा बकाया स्टॉक भी गत वर्ष की तुलना में कम है।
सूत्रों का मानना है कि नई फसल आने के समय इस वर्ष उत्पादक केन्द्रों पर हल्दी का स्टॉक नाममात्र का रह जाएगा। इसके अलावा नई फसल भी कम रहेगी। जिस कारण से वर्ष 2024 के दौरान हल्दी के दामों में अच्छी तेजी बनी रहेगी।
हाजिर बाजार
चालू सप्ताह के दौरान हाजिर बाजारों में तेजी रही। हालांकि बढ़े भावों पर व्यापार कम रहा लेकिन वायदा में बढ़टे भावों के कारण हाजिर बाजार में भी तेजी देखी गई। ईरोड मंडी में गत सप्ताह गट्ठा का भाव 127/131 रुपए से तेजी के साथ 135/138 रुपए पर बोला गया।
जबकि दुग्गीराला में भाव 6 रुपए प्रति किलो तेजी के साथ 100/108 रुपए पर बोला गया। महाराष्ट्र की सांगली, नांदेड, बसमतनगर, हिंगोली मंडी में भी हल्दी के भाव 5/10 रुपए प्रति किलो तेज रहे।
दिल्ली बाजार में हल्दी सिंगल पालिश का भाव 158 रुपए से तेजी के साथ 165 रुपए एवं मिनी सेलम का भाव 168 रुपए से मजबूती के साथ 175 रुपए पर बोला गया। जबकि सुपर सेलम का भाव सप्ताहांत में 190 रुपए पर बोला गया जोकि सप्ताह के शुरू में 185 रुपए पर खुला था।
वायदा बाजार
चालू सप्ताह के दौरान वायदा बाजार में भी हल्दी की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी दर्ज की गई। वायदा बाजार में अगस्त माह की हल्दी 9600 रुपए खुलने के पश्चात सप्ताह के मध्य में 16054 का उच्च स्तर छू गई मगर सप्ताह के अंतिम दिन भाव 15294 रुपए पर बंद हुए।
अक्टूबर माह की हल्दी सप्ताह के शुरू में 10220 रुपए खुली जोकि सप्ताह के मध्य में 17344 रुपए के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचकर अंतिम दिन 16450 रुपए पर बंद हुई है।
स्टॉक
जानकार सूत्रों का कहना है कि खपत की तुलना में स्टॉक कम रह जाने के कारण आगामी दिनों में हल्दी की कीमतों में फिर तेजी का दौर शुरू हो जाएगा। हाल ही में एक बार भावों में 8/10 रुपए की गिरावट आने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में मराठवाड़ा (नांदेड, बसमतनगर, हिंगोली) लाईन पर हल्दी का स्टॉक 20 लाख बोरी, सांगली 5 लाख बोरी माना जा रहा है। जबकि ईरोड में स्टॉक 5 लाख बोरी, निजामाबाद में 4 लाख बोरी स्टॉक होने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।
वारंगल में स्टॉक 2/2.5 लाख बोरी के अलावा अन्य राज्यों में भी 2/3 लाख बोरी का स्टॉक होने के अनुमान है। कुल मिलाकर वर्तमान में स्टॉक 36/38 लाख बोरी का मान रहे है। जबकि नई फसल आने तक खपत के लिए 40/45 लाख बोरी का स्टॉक होना चाहिए। नई फसल की आवक जनवरी-फरवरी माह में शुरू होगी।
अधिक मंदा नहीं
व्यापारियों का कहना है कि हल्दी कीमतों में एक तरफा तेजी आने के पश्चात अब मुनफावसूली बिकवाली बढ़ने की संभावना है। जिस कारण से कीमतों में एक बार 8/10 रुपए की गिरावट आ सकती है। तत्पश्चात कीमतों में फिर से सुधार होगा।
क्योंकि खपत की तुलना में उत्पादक केन्द्रों पर स्टॉक कम है। साथ ही नई पैदावार भी घटने के समाचार है। सूत्रों का मानना है कि नई फसल आने से पूर्व हल्दी की कीमतों में 10/20 रुपए प्रति किलो की ओर तेजी संभव है।
निर्यात
भाव नीचे होने के कारण चालू वित्त वर्ष 2023-24 के प्रथम तीन माह अप्रैल-जून- 2023 में हल्दी का निर्यात बढ़ा है। मगर विगत एक माह से कीमतों में लगातर तेजी बनी रहने के कारण जुलाई माह निर्यात अवश्य ही प्रभवित होगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रथम तीन माह अप्रैल-जून में हल्दी का निर्यात 58918 टन का हुआ जबकि गत वर्ष इसी समयावधि में निर्यात 49435 टन का रहा था। सूत्रों का मानना है कि भाव ऊंचे हो जाने के कारण आगामी दिनों में भी निर्यात मांग कम रहने की संभावना है।