iGrain India - अहमदाबाद । देश के सबसे प्रमुख कपास उत्पादक राज्य- गुजरात में इस महत्वपूर्ण औद्योगिक फसल की खेती के प्रति किसानों में जबरदस्त उत्साह एवं आकर्षण देखा जा रहा है।
इसके फलस्वरूप गुजरात में चालू सीजन के दौरान 31 जुलाई तक कपास का उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 26.65 लाख हेक्टेयर के करीब पहुंच गया जो पिछले साल के बिजाई क्षेत्र 25.29 लाख हेक्टेयर तथा तीन वर्षीय औसत क्षेत्रफल 23.60 लाख हेक्टेयर से काफी अधिक है।
उल्लेखनीय है कि गुजरात में 2014-15 सीजन के दौरान कपास का उत्पादन क्षेत्र 28.83 लाख हेक्टेयर के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा था जबकि 2015-16 में रकबा 27.21 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया था। 2023-24 के वर्तमान सीजन का क्षेत्रफल 2019-20 सीजन से पहली बार 26 लाख हेक्टेयर से ऊपर पहुंचा है।
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर कपास का कुल उत्पादन क्षेत्र 116.75 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा है जो 2022-23 सीजन की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 117.91 लाख हेक्टेयर से 1.16 लाख हेक्टेयर कम है।
गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं हरियाणा में पिछले साल के मुकाबले इस बार कपास के बिजाई क्षेत्र में बढ़ोत्तरी हुई है जबकि कर्नाटक, तेलंगाना, पंजाब एवं महाराष्ट्र में रकबा घट गया है। कर्नाटक में क्षेत्रफल 2.33 लाख हेक्टेयर एवं तेलंगाना में 1.21 लाख हेक्टेयर पीछे रह गया।
कपास का सर्वाधिक उत्पादन क्षेत्र महाराष्ट्र में 40.58 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा है और उसके बाद 26.65 लाख हेक्टेयर के साथ गुजरात दूसरे नम्बर पर है। तेलंगाना में 28 जुलाई तक 16.48 लाख हेक्टेयर में कपास की बिजाई हुई और वह तीसरे स्थान पर रहा।
इसके अलावा कपास का उत्पादन क्षेत्र राजस्थान में 7.28 लाख हेक्टेयर, हरियाणा में 6.65 लाख हेक्टेयर, मध्य प्रदेश में 6.30 लाख हेक्टेयर तथा कर्नाटक में 5.06 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया।
गुजरात में कपास का सर्वाधिक क्षेत्रफल सुरेन्द्र नगर जिले में 3.85 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा जबकि अमरेली में 3.65 लाख हेक्टेयर, भाव नगर में 2.59 लाख हेक्टेयर, राजकोट में 2.44 लाख हेक्टेयर तथा मोरबी जिले में 2.19 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया।
सौराष्ट्र संभाग के 11 जिलों में कपास का उत्पादन क्षेत्र 19.03 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा जो राज्य के कुल कपास बिजाई क्षेत्र 26.65 लाख हेक्टेयर का 71 प्रतिशत है।
मध्यवर्ती गुजरात के आठ जिलों में 2.92 लाख हेक्टेयर, उत्तरी गुजरात के 6 जिलों में 2.32 लाख हेक्टेयर, दक्षिणी गुजरात के 7 जिलों में 1.65 लाख हेक्टेयर तथा कच्छ जिले में 70 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में कपास की बिजाई पूरी हो चुकी है।