iGrain India - तिरुअनन्तपुरम । जून-जुलाई में देश के उत्तरी, पश्चिमी तथा पश्चिमोत्तर प्रांतों में सक्रिय रहने के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून अब पूर्वी भारत की ओर बढ़ गया है और वहां बिहार समेत अन्य राज्यों में काफी अच्छी वर्षा की सौगात दे रहा है।
दूसरी ओर पहले जिन राज्यों में भारी बारिश हुई वहां मौसम शुष्क रहने के संकेत मिल रहे हैं। देश के बहुत बड़े भूभाग में अगले कुछ दिनों तक वर्षा का अभाव रहने की संभावना है।
पिछले सप्ताहांत में अधिशेष वर्षा का स्तर राष्ट्रीय स्तर पर घटकर 2 प्रतिशत रह गया। मानसून की सक्रियता बढ़ने के बावजूद देश के पूर्वी एवं पूर्वोत्तर राज्यों में वर्षा की कमी का संकट समाप्त नहीं हुआ है जबकि रायलसीमा संभाग भी इस श्रेणी में आ गया है।
उधर केरल में भी वर्षा का अभाव महसूस किया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार देश के पश्चिमोत्तर क्षेत्र, मध्यवर्ती राज्यों, पश्चिमी इलाकों एवं दक्षिणी प्रायद्वीप में अगले सप्ताह तक बारिश नहीं या नगण्य होने की संभावना है जिससे शुष्क मौसम से राहत मिलना मुश्किल है।
केवल देश के पूर्वी एवं पूर्वोत्तर राज्यों में अच्छी बारिश होने की उम्मीद की जा रही है। बिहार के कई जिलों में पिछले तीन-चार दिन से लगातार वर्षा होने की सूचना मिल रही है जिसमें बेगूसराय भी शामिल है।
उल्लेखनीय है कि मौसम विभाग ने पहले ही कहा था कि अगस्त माह के दौरान देश के कई भागों में मानसून सुस्त या निष्क्रिय रह सकता है। पूर्वी तट पर तमिलनाडु एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में सामान्य से लेकर भारी वर्षा हो सकती है लेकिन पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र में बारिश की रफ्तार काफी धीमी रहेगी।
सामान्य स्तर से कम वर्षा वाले राज्यों में बिहार सबसे आगे था जहां बारिश की कमी 43 प्रतिशत तक पहुंच गई थी। इसके बाद केरल में 39 प्रतिशत, झारखंड में 37 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल के मैदानी भाग में 32 प्रतिशत, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 28 प्रतिशत, नागालैंड, मणिपुर,
मिजोरम, त्रिपुरा में 27 प्रतिशत तथा लक्ष्यद्वीप में 22 प्रतिशत कम बारिश हुई। मानसून का ट्रफ अपने सामान्य मार्ग से पहले ही उत्तर की ओर बढ़ चुका है जिससे इसके ब्रेक का संकेत मिलता है।
उत्तरी, पश्चिमी तथा पश्चिमोत्तर भाग में खरीफ फसलों की बिजाई अंतिम चरण में पहुंच गई है जबकि पूर्वी एवं पूर्वोत्तर राज्यों में धान की रोपाई अभी जोर-शोर से होने का समय है।