iGrain India - कुआलालम्पुर । हालांकि जून की तुलना में जुलाई माह के दौरान मलेशिया से पाम तेल के निर्यात में 15 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई लेकिन फिर भी वहां जुलाई के अंत में पाम तेल का बकाया अधिशेष स्टॉक कुछ बढ़ गया।
सरकारी संस्था- मलेशियन पाम ऑयल बोर्ड (एम्पोब) के नवीनतम मासिक आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई माह के दौरान देश से कुल करीब 13.54 लाख टन पाम तेल का निर्यात हुआ जो जून के मुकाबले 15.55 प्रतिशत अधिक था। दूसरी ओर वहां विदेशों से पाम तेल का आयत इसी अवधि में 23.24 प्रतिशत घटकर 1.04 लाख टन पर सिमट गया।
लेकिन जून के मुकाबले जुलाई 2023 में मलेशिया में क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का उत्पादन 11.21 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 16.10 लाख टन पर पहुंच गया जिससे बकाया अधिशेष स्टॉक में बढ़ोत्तरी हो गई।
हालांकि समीक्षाधीन अवधि के दौरान मलेशिया में सीपीओ का बकाया अधिशेष स्टॉक 3.57 प्रतिशत गिरकर 8.85 लाख टन पर सिमट गया लेकिन रिफाइंड पाम तेल / पामोलीन का बकाया स्टॉक 5.53 प्रतिशत बढ़कर 8.47 लाख टन पर पहुंच गया।
इसके फलस्वरूप पाम संवर्ग के तेलों का कुल अधिशेष स्टॉक जून की तुलना में 0.68 प्रतिशत सुधरकर जुलाई के अंत में 17.32 लाख टन पर पहुंच गया।
इसी तरह पाम कर्नेल तेल का बकाया अधिशेष स्टॉक भी 0.77 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3.52 लाख टन से कुछ ऊपर पहुंचा। मालूम हो कि इंडोनेशिया के बाद मलेशिया दुनिया में पाम तेल का दूसरा सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है।
वहां से भारत को विशाल मात्रा में इसका निर्यात किया जाता है। जुलाई माह के दौरान मलेशिया में पाम के ताजे फल के गुच्छे (एफएफबी) का औसत मूल्य 40.11 रिंगिट दर्ज किया गया जो जून से 9.74 प्रतिशत अधिक रहा।