iGrain India - मुम्बई । अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भाव कमजोर पड़ने से भारत में खाद्य तेलों के आयात में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। जुलाई 2023 में इसका आयात उछलकर 17.56 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया जिसमें चालू मार्केटिंग सीजन के अंतिम नौ महीनों में यानी नवम्बर 2022 से जुलाई 2023 के दौरान खाद्य तेलों का कुल आयात बढ़कर 121.23 लाख टन की ऊंचाई पर पहुंचा जो 2021-22 के मार्केटिंग सीजन की समान अवधि के आयात 96.95 लाख टन से काफी अधिक रहा।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि चालू मार्केटिंग सीजन की पहली तिमाही (नवम्बर 2022- जनवरी -2023) के दौरान देश में 47.46 लाख टन, दूसरी तिमाही (फरवरी अप्रैल 2023) में 32.56 लाख टन तथा तीसरी तिमाही (मई-जुलाई 2023) में 41.21 लाख टन खाद्य तेलों का आयात हुआ।
यदि अगस्त-अक्टूबर 2023 की चौथी एवं अंतिम तिमाही में भी इस तरह का प्रदर्शन जारी रहा तो 2022-23 के सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन में खाद्य तेलों का कुल आयात उछलकर सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच सकता है।
ध्यान देने वाली बात है कि अंतिम तिमाही में त्यौहारों का सीजन रहेगा जिससे खाद्य तेलों का आयात बढ़ने की अच्छी उम्मीद है। जून में 13.12 लाख टन तथा मई में 10.53 लाख टन का आयात किया गया था।
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक नवम्बर 2022 से जुलाई 2023 के दौरान देश में 16.41 लाख टन आरबीडी पामोलीन, 54.17 लाख टन क्रूड पाम तेल, 60 हजार टन क्रूड पाम कर्नेल तेल, 28.25 लाख टन क्रूड सोयाबीन तेल तथा 21.80 लाख टन क्रूड सूरजमुखी तेल सहित कुल 121.23 लाख टन खाद्य तेलों का आयात हुआ।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान इंडोनेशिया से सर्वाधिक 39.88 लाख टन, मलेशिया से 21.74 लाख टन, थाईलैंड से 7.58 लाख टन, अर्जेन्टीना से 18.63 लाख टन, ब्राजील से 10.95 लाख टन, यूक्रेन से 4.47 लाख टन, रूस से 7.30 लाख टन तथा अन्य देशों से 10.67 लाख टन खाद्य तेल मंगाया गया। इंडोनेशिया-मलेशिया से मुख्यत: पाम का आयात होता है।