iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय कृषि मंत्रालय की अधीनस्थ एजेंसी- भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नैफेड) ने थोक मंडियों एवं खुदरा बाजार में चना के बढ़ते दाम को देखते हुए अपने स्टॉक से इस महत्वपूर्ण दलहन को विभिन्न राज्यों में उतारने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है।
इसका उद्देश्य घरेलू बाजार में चना की आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाना और कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाना है। समझा जाता है कि त्यौहारी सीजन के लिए दाल मिलों एवं बेसन निर्माण इकाइयों में अच्छी मांग निकलने तथा मंडियों में आवक अपेक्षाकृत कम होने से हाल के सप्ताहों में चना का भाव तेज हुआ है जिससे सरकार की चिंता एवं आप लोगों की कठिनाई बढ़ गई है।
नैफेड ने 2022-23 के रबी सीजन में खरीदे गए चना का स्टॉक उतारना शुरू किया है। फिलहाल कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश एवं राजस्थान में मूल्य समर्थन योजना के तहत खरीदे गए चना की बिक्री का प्रयास किया जा रहा है।
नैफेड ने इच्छुक खरीदारों से इसके लिए बोलियां (बिड्स) आमंत्रित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि जुलाई के आरंभ से अब तक चना के थोक बाजार भाव में करीब 20 प्रतिशत का इजाफा हो चुका है और एक महत्वपूर्ण खपत बाजार दिल्ली में पिछले दिन इसका दाम बढ़कर 6000 रुपए प्रति क्विंटल के करीब पहुंच गया।
हालांकि केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने अपने तीसरे अग्रिम अनुमान में 2022-23 के रबी सीजन के दौरान चना का घरेलू उत्पादन बढ़कर 135.43 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने की संभावना व्यक्त की है और नैफेड द्वारा विभिन्न राज्यों में किसानों से 5335 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करीब 23.50 लाख टन चना खरीदा गया है जबकि उसके पास पहले से ही करीब 14 लाख टन चना का बकाया स्टॉक मौजूद था लेकिन फिर भी अन्य दलहनों में तेजी के असर से चना का दाम पिछले डेढ़ महीने में काफी मजबूत हो गया। बिक्री की प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व नैफेड के पास कुल करीब 37.50 लाख टन चना का विशाल स्टॉक था।
हाल के सप्ताहों में नैफेड द्वारा अपने पुराने स्टॉक के चने की बिक्री की गई और अब उसने 2022-23 सीजन में खरीदे गए चना की बिक्री की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
एग्री कॉमोडिटी मार्केट की एक अग्रणी रिसर्च फर्म- आई ग्रेन इंडिया के डायरेक्टर राहुल चौहान का कहना है कि वर्ष 2023 में खरीदे गए चना की बिक्री उम्मीद के अनुरूप ही शुरू हुई है और इससे घरेलू बाजार भाव को नियंत्रित करने में सहायता मिल सकती है।
लेकिन यह देखना आवश्यक होगा कि नैफेड को किस मूल्य स्तर पर इस नए चने की बिक्री करने में सफलता मिलती है। राहुल चौहान के मुताबिक हाल के सप्ताहों में नैफेड द्वारा वर्ष 2022 के चने की जो बिक्री की गई उसका मूल्य 5519 से 5699 रुपए प्रति क्विंटल के बीच रहा।