iGrain India - नई दिल्ली । चालू माह (अगस्त) के दौरान- पश्चिम मानसून के लम्बे ब्रेक के कारण देश के अनेक प्रमुख कृषि उत्पादक राज्यों में बारिश सामान्य औसत से काफी कम हुई। खरीफ फसलों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है।
मौसम विभाग के नवीनतम अपडेट से पता चलता है कि दीर्घकालीन औसत (एलपीए) के सापेक्ष 1 से 28 अगस्त 2023 के दौरान गुजरात में 89 प्रतिशत, कर्नाटक में 74 प्रतिशत, केरल में 90 प्रतिशत, तेलंगाना में 62 प्रतिशत, महाराष्ट्र में 56 प्रतिशत,
राजस्थान में 79 प्रतिशत मध्य प्रदेश में 34 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 29 प्रतिशत, तमिलनाडु में 22 प्रतिशत, दिल्ली में 50 प्रतिशत, आंध्र प्रदेश में 47 प्रतिशत, झारखंड में 16 प्रतिशत, उत्तराखंड में 30 प्रतिशत, हरियाणा में 58 प्रतिशत तथा जम्मू कश्मीर में 24 प्रतिशत कम बारिश हुई।
दूसरी ओर कुछ राज्यों में सामान्य औसत से अधिक वर्षा दर्ज की गई। इसके तहत पंजाब में 63 प्रतिशत, बिहार में 21 प्रतिशत, सिक्किम में 34 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 10 प्रतिशत अरुणाचल प्रदेश में 31 प्रतिशत, नागालैंड में 13 प्रतिशत, मेघालय में 7 प्रतिशत एवं हिमाचल प्रदेश में 2 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई। लेकिन उड़ीसा में 34 प्रतिशत कम बारिश हुई।
मौसम विभाग के मुताबिक 1 जून से 28 अगस्त 2023 के दौरान अनेक राज्यों में बारिश सामान्य स्तर से कम तथा कुछ प्रांतों में ज्यादा हुई। पंजाब में वर्षा की कमी महज 1 प्रतिशत रही क्योंकि अगस्त की भारी वर्षा ने कमी को काफी हद तक पूरा कर दिया।
बिहार में सामान्य औसत से 25 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 12 प्रतिशत, आंध्र प्रदेश में 15 प्रतिशत, आसाम में 13 प्रतिशत, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा में क्रमश: 46 प्रतिशत, 25 प्रतिशत और 11 प्रतिशत, झारखंड में 35 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 12 प्रतिशत,
महाराष्ट्र में 9 प्रतिशत, उड़ीसा में 12 प्रतिशत, कर्नाटक में 20 प्रतिशत केरल में 48 प्रतिशत एवं तमिलनाडु में 10 प्रतिशत कम बारिश हुई जबकि दूसरी ओर जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, सिक्किम, गुजरात एवं तेलंगाना जैसे राज्यों में ज्यादा बारिश दर्ज की गई।