iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्र सरकार द्वारा बासमती चावल के लिए 1200 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (मेप) निर्धारित किए जाने के कारण घरेलू मंडियों में बासमती धान का भाव नरम पड़ने लगा है।
चावल निर्यातकों का कहना है कि 1200 डॉलर प्रति टन का मेप बहुत ऊंचा है और इसे घटाकर 1000 डॉलर प्रति टन के आसपास नियत किए जाने की आवश्यकता है।
हरियाणा की मंडियों में पूसा बासमती 1509 धान का भाव पिछले कुछ दिनों के अंदर करीब 300 रुपए प्रति क्विंटल घट गया है। मालूम हो कि इस बासमती धान की परिपक्वता अवधि छोटी होती है इसलिए इसकी कटाई-तैयारी सबसे पहले शुरू हो जाती है।
केन्द्रीय वाणिज्य मंत्रालय की अधीनस्थ एजेंसी- कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने वाणिज्य मंत्रालय के दिशा निर्देश को क्रियान्वित कर दिया है जिसके तहत 1200 डॉलर प्रति टन से कम मूल्य पर बासमती चावल के हुए निर्यात अनुबंध को पंजीकृत नहीं किया जाएगा और न ही आवंटन प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
इस प्रमाण पत्र के बगैर प्रणाली बासमती चावल का निर्यात नहीं हो सकता है। इसके लिए एपीडा ने ऑन लाइन आवेदन भरने की प्रणाली में बदलाव कर दिया है। इससे निर्यातकों की परेशानी बढ़ने लगी है।
बासमती चावल के एक अग्रणी निर्यात प्रतिष्ठान के प्रबंध निदेशक का कहना है कि बासमती चावल के मेप को पिछले उस औसत मूल्य स्तर के आधार पर नीचे लाए जाने की जरूरत है जिस मूल्य स्तर पर इसका निर्यात होता रहा है।
उनके अनुसार बासमती चावल की अनेक किस्में एवं विभिन्न श्रेणियां हैं और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सबकी मांग अलग-अलग रहती है। इसका निर्यात ऑफर मूल्य भी अलग-अलग होता है। एक माह के बाद जब घरेलू मंडियों में बासमती धान की नई फसल की आवक जोर पकड़ेगी तब निर्यात मूल्य का पता चल सकेगा।
उद्योग समीक्षकों के अनुसार यदि आयातक देशों में बासमती चावल का भाव बढ़कर उपभोक्ताओं की क्षमता (क्रय शक्ति) से ऊपर पहुंचता है तो वहां इसकी मांग में गिरावट आ सकती है।
अखिल भारतीय चावल निर्यातक संघ के एक पूर्व अध्यक्ष का कहना है कि बासमती चावल का मेप 950-1000 डॉलर प्रति टन होना चाहिए जो व्यावहारिक है।
हरियाणा में पूसा बासमती 1509 धान का गत सप्ताह के 3700 रुपए प्रति क्विंटल से घटकर अब 3400 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया है। उधर एगमार्कनेट पोर्टल से पता चलता है कि सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य- हरियाणा की टोहाना मंडी में चालू माह के दौरान कुल 63 टन बासमती धान की आवक हुई और वह सभी पूसा 1121 वैरायटी का था। 1-28 अगस्त के बीच राज्य की मंडी में केवल 10 टन पूसा 1509 धान पहुंचा।