💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

आयात पर निर्भर रहने के बजाए तुवर के घरेलू उत्पादन पर ध्यान देना आवश्यक

प्रकाशित 30/08/2023, 02:05 pm
आयात पर निर्भर रहने के बजाए तुवर के घरेलू उत्पादन पर ध्यान देना आवश्यक

iGrain India - मुम्बई । पिछले तीन वर्षों के अंदर तुवर के आयात पर देश की निर्भरता दोगुनी बढ़ गई है। वर्ष 2020 में आयात में निर्भरता का अनुपात 10 प्रतिशत था जो वर्ष 2022 में उछलकर 20 प्रतिशत हो गया।

चालू वर्ष के दौरान इसमें कुछ और बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। भारत में म्यांमार तथा अफ्रीकी देशों से बड़े पैमाने पर तुवर का आयात किया जाता है जबकि घरेलू उत्पादन में गिरावट का रूख बना हुआ है।

देश में पहले 42.45 लाख टन तक तुवर का उत्पादन हो रहा था जो अब घटकर 32-35 लाख टन पर सिमट गया है। दूसरी ओर इसकी मांग एवं खपत बढ़ती जा रही है। मांग एवं आपूर्ति के बीच विशाल अंतर को पाटने के लिए विदेशों से तुवर के आयात में भारी वृद्धि हो रही है। 

मोजाम्बिक, मलावी एवं सूडान जैसे अफ्रीकी देश मुख्यत: भारत को निर्यात करने के उद्देश्य से तुवर का उत्पादन बढ़ा रहे हैं। भारत में फिलहाल इस महत्वपूर्ण दलहन का सीमित स्टॉक मौजूद होने से इसकी कीमतों में तेजी-मजबूती का माहौल बना हुआ है।

चालू खरीफ सीजन में अरहर (तुवर) के बिजाई क्षेत्र में कमी आई है और कर्नाटक, महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में अगस्त माह के दौरान बारिश का भारी अभाव बना हुआ है। इससे अलग उत्पादन भी कमजोर होने की आशंका है।

भारत की विवशता एवं कमजोर स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश तुवर के प्रमुख आपूर्तिकर्ता देशों द्वारा की जा रही है। बहुत देर होने से पूर्व ही सरकार को अरहर का घरेलू उत्पादन बढ़ाने का भागीरथ प्रयास आरंभ करना होगा।

यह सही है कि भारत अभी दुनिया में तुवर का सबसे प्रमुख उत्पादक देश बना हुआ है लेकिन यह भी हकीकत है कि देश में इसका कुल उत्पादन घरेलू मांग एवं जरूरत के मुकाबले बहुत कम हो रहा है।

पिछले अनेक महीनों से इसका भाव काफी ऊंचे स्तर पर बना हुआ है और उसे नीचे लाने के सभी सरकारी प्रयास विफल हो चुके हैं। इसके पीछे-पीछे अन्य दलहनों की कीमतों में भी तेजी का माहौल बनने लगा है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित