iGrain India - नई दिल्ली । भारतीय मौसम विज्ञानं विभाग (आईएमडी) ने चालू माह के दौरान मानसून की सक्रियता बढ़ने एवं देश के अधिकांश प्रमुख कृषि उत्पादक राज्यों में अच्छी वर्षा होने की उम्मीद जताई है।
इसकी सख्त आवश्यकता है क्योंकि इस वर्ष का अगस्त न केवल सबसे गर्म रहा बल्कि सर्वाधिक कम वर्षा वाला महीना भी था। इससे देश के कई भागों में खरीफ फसलों को काफी नुकसान भी हुआ है।
मौसम विभाग के मुताबिक 5 सितम्बर तक मानसून की वर्षा 11 प्रतिशत कम हुई। देश के पूर्वी एवं पूर्वोत्तर भाग में इसकी कमी 18 प्रतिशत दर्ज की गई।
अगले पांच दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून देश के विभिन्न भागों में सक्रिय रहने की उम्मीद है जिससे मध्यवर्ती एवं पश्चिमोत्तर भारत के प्रमुख कृषि उत्पादक राज्य भी शामिल हैं।
खासतौर से इस अवधि के दौरान 6 से 8 सितम्बर के बीच महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर भी भारी वर्षा होने के आसार हैं। आगे भी मानसून के बारे में अच्छी सूचना सामने आ सकती है क्योंकि बंगाल की खाड़ी के पश्चिमोत्तर भाग एवं इससे सटे मध्य पश्चिमी क्षेत्र के ऊपर उड़ीसा के दक्षिणी तट एवं आंध्र प्रदेश के उत्तरी तट के समीप एक कम दाब का क्षेत्र बन रहा है।
यह कम दाब का क्षेत्र पश्चिम दिशा की ओर मुड़कर समूचे दक्षिणी उड़ीसा एवं दक्षिणी छत्तीसगढ़ में पहुंच जाएगा जिससे वहां अच्छी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार कम दाब के क्षेत्र के साथ सम्बद्ध एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन से उत्पन्न एक दृष्ट दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ रहा है जो उड़ीसा और छत्तीसगढ़ से होते हुए वहां पहुंचेगा।
इस घटनाक्रम के चलते 8 सितम्बर तक पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र, उड़ीसा तथा झारखंड में दूर-दूर तक अच्छी बारिश होने या गरज-चमक के साथ बौछार पड़ने की संभावना है।
उधर दक्षिण भारत में भी लगभग इस तरह का मौसम तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तथा उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में 6 सितम्बर तक बरकरार रहेगा जबकि तमिलनाडु में एक दिन और बढ़ जाएगा।
तटीय एवं दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में 8-9 सितम्बर को मूसलाधार बारिश होने की उम्मीद है जबकि केरल में 9 सितम्बर तक वर्षा हो सकती है।
मध्यवर्ती भारत में पूर्वी मध्य प्रदेश में तथा महाराष्ट्र के विदर्भ संभाग में 9 सितम्बर तक दूर-दूर तक अच्छी वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ बौछार पड़ने की संभावना है। कहीं-कहीं अत्यन्त भारी बारिश हो सकती है। पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी वर्षा होने के आसार हैं।
देश के पश्चिमी भाग में दक्षिण-पश्चिम मानसून 8 सितम्बर तक महाराष्ट्र के मराठवाड़ा संभाग में सक्रिय हो सकता है। इसके साथ-साथ मध्य महाराष्ट्र एवं गुजरात में भी वर्षा हो सकती है। उत्तर प्रदेश के पश्चिमी तथा पूर्वी भाग एवं पूर्वी राजस्थान तथा उत्तराखंड में भी बारिश होगी।