iGrain India - रंगून । म्यांमार की सैनिक जुंटा सरकार ने अमरीकी डॉलर पर निर्भरता घटने के उद्देश्य से अपने सभी आयातकों एवं निर्यातकों को चीन के साथ कारोबार में डॉलर का उपयोग बंद रखने और युआन (चाइनीज मुद्रा) का इस्तेमाल करने का सख्त निर्देश दिया है।
सरकार ने कहा है कि इस आदेश का पालन करना सबके लिए अनिवार्य होगा। उल्लेखनीय है कि सैनिक जुंटा सरकार द्वारा नियंत्रित विदेशी मुद्रा सुपरवाइजरी समिति ने 1 जून 2023 को यह आदेश जारी किया था जिसके तहत चीन के साथ कारोबार में संलग्न सभी आयातकों-निर्यातकों को स्थानीय बैंकों में युआन में खाता खुलवाना आवश्यक है। इसी खाते के आधार पर उसे चीन के साथ सीमा- व्यापार के लिए परमिट किया जा सकता है।
म्यांमार के जो व्यापारी आयात लाइसेंस के लिए आवेदन करेंगे उन्हें इस बात का प्रमाण जमा करना होगा कि उनके बैंक खाते में चीन की मुद्रा (करेंसी) मौजूद है जिसे उसने या तो निर्यात आमदनी से प्राप्त किया है अथवा स्थानीय बैंक से उसकी खरीद की है।
ज्ञात हो कि पहले चीन के साथ सीमा व्यापार में अमरीकी डॉलर एवं चाइनीज युआन- दोनों करेंसी के इस्तेमाल की अनुमति दी गई थी लेकिन अब उसमें अमरीकी डॉलर का इस्तेमाल बंद कर दिया गया है।
शान प्रान्त के मूसे में स्थित एक व्यापारी जो चीन के साथ सीमा पर व्यापार में संलग्न है, ने कहा कि 1 जून से सभी निर्यात आमदनी भी डॉलर के बजाए युआन में ही प्राप्त की जा रही है। इससे चाइनीज कारोबारियों को काफी राहत मिलने लगी है। म्यांमार से चीन को मुख्यत: चावल, दलहन एवं मक्का का निर्यात किया जाता है।