iGrain India - नई दिल्ली । सरकारी एजेंसी- नैफेड के पास एक समय चना का कुल स्टॉक बढ़कर 37.50 लाख टन पर पहुंच गया था और जब घरेलू बाजार भाव तेज होने लगा तब उसने खुले बाजार में टेंडर के जरिए इसकी बिक्री आरंभ कर दी।
चालू वर्ष के आरंभ में रबी 2022 के चने की बिक्री नीचे दाम पर हुई। कमोबेश पहली छमाही तक नैफेड को 5000 रुपए प्रति क्विंटल से नीचे दाम पर ही चना बेचना पड़ा था जो 5230 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे था।
वर्ष 2023 के लिए सरकार ने चना का समर्थन मूल्य 105 रुपए बढ़ाकर 5335 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया। नैफेड द्वारा गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश एवं मध्य प्रदेश में निविदा आमंत्रण प्रणाली के जरिए चना की बिक्री की जा रही है।
गुजरात में 16 जनवरी 2023 को चना का बिक्री मूल्य 4621/4642 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा था जो लम्बे समय तक 5000 रुपए प्रति क्विंटल से नीचे रहने के बाद 26 जुलाई 2023 को 520.3 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा।
इसके बाद 5000 रुपए प्रति क्विंटल से ऊपर के स्तर पर कीमत घटती बढ़ती रही लेकिन 25 अगस्त को यह उछलकर 6003 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गई। 4 सितम्बर को इसका दाम 6251 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया।
अन्य राज्यों में भी चना का बिक्री मूल्य 6250 से 6401 रुपए प्रति क्विंटल के बीच रहा। मध्य प्रदेश में 18 अगस्त 2023 को अंतिम बार चना का भाव 5550 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया था। आंध्र प्रदेश में 30 अगस्त को चना का बिक्री मूल्य 6023 रुपए प्रति क्विंटल रहा। न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊंचे दाम पर चना की बिक्री होने से इसका खुला बाजार भाव भी ऊंचा चल रहा है।