iGrain India - कैनबरा । ऑस्ट्रेलिया की संघीय एजेंसी-अबारेस ने अपनी तिमाही रिपोर्ट में पांच प्रमुख दलहन फसलों का कुल घरेलू उत्पादन बढ़कर 29.60 लाख टन पर पहुंचने की संभावना व्यक्त की है जो जून की रिपोर्ट में लगाए गए उत्पादन अनुमान 26.80 लाख टन से 2.80 लाख टन ज्यादा है। इसके तथा खासकर मसूर के उत्पादन अनुमान में 36 प्रतिशत का इजाफा किया गया है।
उल्लेखनीय है कि जून में बिजाई की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद जारी अपनी रिपोर्ट में अबारेस ने 2023-24 सीजन के दौरान ऑस्ट्रेलिया में कुल 9.06 लाख टन मसूर के उत्पादन की संभावना व्यक्त की थी लेकिन बाद में फसल की अच्छी प्रगति को देखते हुए इसका उत्पादन अनुमान अब करीब 3 लाख टन बढ़ाकर 12 लाख टन निर्धारित कर दिया है।
हालांकि यह आंकड़ा 2022-23 सीजन के रिकॉर्ड उत्पादन 14 लाख टन से 2 लाख टन कम है फिर भी अब तक का दूसरा सबसे बढ़ा उत्पादन आंकड़ा है। इससे ऑस्ट्रेलिया को मसूर का शानदार निर्यात करने का अवसर मिलेगा।
इसी तरह जून के मुकाबले सितम्बर की रिपोर्ट में अबारेस ने फाबा बीन्स का उत्पादन अनुमान 12 प्रतिशत बढ़ाकर 4,47,229 टन तथा मटर का उत्पादन अनुमान 2 प्रतिशत बढ़ाकर 238498 टन निर्धारित किया है।
दूसरी ओर देश के उत्तरी भाग में मौसम शुष्क होने से चना एवं ल्यूपिन की फसल को नुकसान हो रहा है जिसे देखते हुए अबारेस ने इसके उत्पादन अनुमान में कटौती कर दी है।
जून के मुकाबले सितम्बर की रिपोर्ट में अबारेस द्वारा ल्यूपिन का उत्पादन अनुमान 14 प्रतिशत घटाकर 5,14,209 टन तथा चना का उत्पादन अनुमान 2 प्रतिशत घटाकर 5.33 लाख टन नियत किया गया है।
सनद रहे कि ऑस्ट्रेलिया में मुख्यत: देसी चना का उत्पादन होता है। इसकी खेती उत्तरी राज्यों में ज्यादा होती है। ल्यूपिन का अधिकांश उत्पादन वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया प्रान्त में होता है।
वहां 2.50 लाख हेक्टेयर में इसकी बिजाई हुई और कुल उत्पादन 3.80 लाख टन होने का अनुमान लगाया गया है। जून की रिपोर्ट में बिजाई क्षेत्र का अनुमान 3 लाख हेक्टेयर तथा उत्पादन का अनुमान 4.70 लाख टन था।
चना का उत्पादन मुख्यत: क्वींसलैंड एवं न्यू साउथ वेल्स प्रान्त में होता है। वहां चना की औसत उपज दर का पंचवर्षीय आंकड़ा 1.4 टन प्रति हेक्टेयर है लेकिन शुष्क मौसम के कारण इस बार यह घटकर 1.1 टन प्रतिशत हेक्टेयर पर अटक जाने की संभावना है।